अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा जैसे उल्लास की तैयारी, विवाह पंचमी पर फहराई जाएगी 161 फीट ध्वज पताका
अयोध्या। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि परिसर श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य नवंबर पूरा होने की संभावना है। इस अवसर पर 161 फीट ऊंचे शिखर पर ध्वज पताका फहरायी जायेगी। सूत्रों के अनुसार प्राण प्रतिष्ठा की तरह शिखर पर ध्वज पताका लगाने का समारोह भी ऐतिहासिक होगा जिसकी भव्यता देखते ही बनेगी और प्राण प्रतिष्ठा की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं श्रीराम मंदिर पर ध्वज पताका फहरा सकते हैं। यह समारोह 24 या 25 नवंबर को हो सकता है क्योंकि 25 नवंबर को विवाह पंचमी है। इसी दिन प्रभु श्री राम का विवाह संपन्न हुआ था और यह महोत्सव अयोध्या के सभी मंदिरों में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
सूत्रों की माने तो एक बार फिर अयोध्या ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को एक बार पुनः प्राण प्रतिष्ठा की याद दिलाई जाएगी। इसके लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई है। देश-विदेश के संत, धर्माचार्य भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। छोटी-छोटी चीजों का ध्यान रखा जा रहा है। उनकी लिस्टिंग की जा रही है। ट्रस्ट के द्वारा प्राण प्रतिष्ठा की तर्ज पर मेहमानों की सूची बनाने की तैयारी चल रही है, ताकि कार्यक्रम में कोई कमी न रह जाए। श्रद्धालु घर बैठे इस कार्यक्रम का आनंद ले सकेंगे। इसके लिए भी प्लान बनाया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान अयोध्या वासियों को भीड़ से कोई तकलीफ न हो, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। ध्वज पूजन समारोह के पहले श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र सभी सनातनी मंदिरों से अपील कर सकता है कि सभी लोग मंदिर के शिखर पर 25 नवंबर को नया ध्वज पताका फहराकर अपने-अपने मंदिरों में इस समारोह को पूरी उल्लास के साथ मनाएं और अपने आसपास के लोगों को भी समारोह में सम्मिलित करें। मंदिर की कुल ऊंचाई 203 फीट है। गत 29 अप्रैल को मंदिर के शिखर पर 42 फीट ऊंचा धर्म ध्वज दंड लगाया गया था।
ट्रस्ट के मुताबिक मंदिर का शिखर 161 फीट ऊंचा है। ध्वज लगने के बाद मंदिर की ऊंचाई 203 फीट हो गई है। ध्वज दंड का वजन 5.5 टन है और यह पीतल ‘ब्रास’ से बना है तथा 60 कारीगरों ने सात महीने में इसे तैयार किया है। नवंबर 2019 में उच्चतम न्यायालय ने राम मंदिर पर अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाया। पांच फरवरी 2020 को संसद ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया। महंत नृत्य गोपाल दास अध्यक्ष और चंपत राय महासचिव बने ट्रस्ट ने समर्पण निधि कार्यक्रम चलाया जिससे धन इकट्ठा हुआ।
पांच अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूमि पूजन किया और मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ। गत 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री मोदी ने श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की। पांच जून 2025 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की और अब नवंबर 2025 में PM मोदी मंदिर के शिखर पर ध्वज पताका फहरायेंगे और इसी के साथ श्री राम मंदिर के निर्माण का कार्य संपन्न हो जाएगा। मंदिर परिसर और परकोटे के बाहर अन्य कार्य भी चलते रहेंगे।
