लखीमपुर खीरी: किसानों पर लाठीचार्ज मामले में कार्रवाई...सिपाही लाइन हाजिर कर कोरम पूरा
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। किसान संगठनों के लगातार प्रदर्शन करने और शनिवार को भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह के पीड़ित परिवार के मिलने के बाद एसपी ने किसानों पर लाठीचार्ज करने के मामले में थाना फरधान के एक सिपाही को थाने से हटा दिया है। उसे पुलिस लाइन भेजते हुए अन्य पुलिसकर्मियों के अभयदान दे दिया। एसपी की इस कार्रवाई पर लोगों ने सवाल उठाए हैं।
बता दें कि तीन दिन पहले थाना फरधान के गांव भदूरा स्थित सहकारी समिति पर खाद न मिलने से नाराज तमाम किसानों ने महिलाओं के साथ मिलकर समिति के बाहर सड़क पर जाम लगा दिया था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जब उन्हें हटाने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच नोकझोंक हो गई थी। इससे नाराज पुलिस ने लाठीचार्ज कर किसानों को खदेड़ दिया था। इस दौरान धरना प्रदर्शन में शामिल गांव मनवापुर निवासी राजकिशोर की पुलिस ने जमकर पिटाई कर दी थी। बेटे को बचाने आई उसकी मां को भी बीच सड़क पर मारा पीटा था।
मां-बेटे की पिटाई का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। घटना के बाद विभिन्न किसान संगठनों ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोला और प्रदर्शन कर अफसरों को ज्ञापन दे रहे थे। इधर शनिवार को भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने नेतृत्व में गांव पहुंचा था और पीड़ितों से मुलाकात कर जानकारी ली थी। जिलाध्यक्ष ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
उधर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी एक्स पर ट्वीट कर तंज कसा था। मामले को तूल पकड़ता देख एसपी संकल्प शर्मा ने थाना फरधान में तैनात सिपाही अक्षय कम्बोज को हटाकर उसे पुलिस लाइन भेजा है। एसपी की इस कार्रवाई पर लोंगे ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि एसपी एक सिपाही को लाइन हाजिर कर मामले को रफा दफा करने की कोशिश कर रहे हैं।
