पीलीभीत: दिल्ली के होटल में छिपा था 50 हजार का इनामी कबूतरबाज...बचने के लिए बदला नाम
पीलीभीत, अमृत विचार। ठगी के मामलों में फरार चल रहा शातिर 50 हजार का इनामी जालसाज दिल्ली के होटल में पहचान बदलकर छिपा था। सुरागरसी के बाद पीलीभीत पुलिस और एसटीएफ फील्ड यूनिट बरेली की संयुक्त टीम ने आरोपी को होटल से ही धर दबोचा। सख्ती से पूछताछ की गई तो आरोपी ने अपनी असल पहचान स्वीकार की। टीम आरोपी को हिरासत में लेकर पीलीभीत पहुंची। फिर अमरिया थाना पुलिस ने चालान कर कोर्ट में पेश करके आरोपी को जेल भेज दिया है। इससे पहले अपर पुलिस अधीक्षक विक्रम दहिया ने पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता कर खुलासा किया।
पुलिस के अनुसार, अमरिया थाना क्षेत्र के ग्राम पिंजरा बमनपुरी निवासी मनोज कुमार भारती पुत्र ब्रजमोहन भारती शातिर ठग है। वह जाली दस्तावेजों के माध्यम से विदेश भेजने और विदेश में अच्छी नज्ञैकरी दिलाने के नाम पर युवासओं से मोटी रकम ठगता है। उस पर बीते साल एफआईआर दर्ज की गई थी लेकिन वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका था। आरोपी पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया। गिरफ्तारी के लिए अमरिया इंस्पेक्टर की अगुवाई में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया था। एसटीएफ फील्ड यूनिट टीम बरेली को भी शामिल किया गया। इसके बाद पुलिस ने सुरागरसी की। इस दौरान आरोपी के दिल्ली में छिपे होने की जानकारी मिली।
अमरिया थाने के दरोगा राजकुमार मलिक, एसटीएफ फील्ड यूनिट बरेली के दरोगा धूम सिंह, हेड कांस्टेबल हरिओम, सुमित कुमार, अरुण कुमार कांस्टेबल जयंत यादव रविवार को दिल्ली पहुंच गए। टीम दिल्ली के बिंदापुर थाना पहुंची। फिर मिली सूचना पर उत्तमनगर दिल्लीी के पंखा रोड होटल त्वमेव में दबिश दी गईऔर होटल के रिेसेप्शन से आरोपी को पकड़ लिया। वह वहां पर मुकेश नाम से रुका हुआ था। मगर पुलिस के पूछताछ करने के बाद कुछ ही देर में असल पहचान को स्वीकार लिया। ये भी बताया कि पुलिस से बचने के लिए वह पहचान बदलकर लखन्ऊ, दिल्ली समेत कई अलग-अलग स्थानों पर रुक रहा था। टीम पकड़कर आरोपी को पीलीभीत लेकर पहुंची। अमरिया थाने में आगे की कार्रवाई को लेकर लिखापढ़ी की गई। सोमवार को प्रेसवार्ता कर एएसपी ने खुलासा किया। जिसके बाद आरोपी को जेल भेज दिया है। आरोपी पर बीते साल अमरिया थाने में एक और इस साल अमरिया में दो, घुंघचिहाई और माधोटांडा थाने में एक-एक मुकदमा दर्ज हुआ था।
ये भी पढ़ें - पीलीभीत: थोक विक्रेताओं ने बढ़ाए खाद के दाम और खुलती चली गईं कालाबाजारी की दुकान...शिकायत के साथ सौंपी गई ऑडियो
