आगरा धर्मांतरण के मास्टर माइंड सैयद दाउद समेत तीन की तलाश, कनाडा को जारी किया जाएगा रेड कॉनर्र नोटिस, पुलिस शिकंजे में 11 आरोपी 

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: यूपी पुलिस और एटीएस धर्मांतरण के दो बड़े खिलाड़ियों छांगुर बाबा और अब्दुल रहमान को गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों के गिरोह के कुल 19 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। एटीएस और खुफिया एजेंसी धर्मांतरण के पूरे नेटवर्क को खत्म करने में जुट गई हैं। इसी कड़ी में एटीएस व अन्य सुरक्षा एजेंसियां खेल के सबसे बड़े खिलाड़ी सैयद दाउद की गिरफ्तारी के लिए कागजी कार्रवाई शुरू कर दिया है। आगरा पुलिस ने सैयद दाउद समेत गिरोह के तीन लोगों के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट भी जारी करा लिया है।

आगरा पुलिस द्वारा दो दिन पहले पकड़े गये धर्मांतरण गिरोह के 10 सदस्यों से पूछताछ की। जिसमें पता चला कि गिरोह का मास्टर माइंड सैयद दाउद है। वह कनाडा से ही गिरोह को आयशा उर्फ एसबी कृष्णा के जरिये संचालित कर रहा था। वह आयशा के खातों में सीधे रुपये भेजता था। गिरोह में मुख्य भूमिका आयशा उर्फ एसबी कृष्णा का है। उसी के खाते में सारा फंडिंग किया जाता है। पुलिस ने दाउद का गैर जमानती वारंट लिया है। कनाडा से भारत लाने के लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराया जाएगा। इस मामले में नेहा समेत दो अन्य लोगों के नाम सामने आये है।

बढ़ाई गई संगठित अपराध की धारा

इस मामले में आगरा पुलिस ने संगठित अपराध की धारा बढाई है। साथ दी धर्मांतरण गिरोह का नेटवर्क तोड़ने के लिए आईबी ने आगरा में डेरा डाल दिया है। धर्मांतरण गैंग के पुलिस कस्टडी में आए अभियुक्तों से आगरा पुलिस के साथ ही आईबी और अन्य एजेंसियां भी पूछताछ कर रही हैं। आगरा पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया कि पुलिस ने दिल्ली निवासी मुस्तफा उर्फ मनोज को दबोचा है। उससे पूछताछ में दिल्ली में गिरोह के सदस्यों के रूप में नेहा समेत दो और लोगों की पहचान हुई है। अब साक्ष्यों के आधार पर इन्हें भी आरोपी बनाया गया है।

वेश बदलकर मिलती थी आयशा

पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त ओसामा ने बताया कि आयशा का ठिकाना एक स्थान पर नहीं रहता। वह गोवा में बहुत कम रहती है, लेकिन गोवा में अपने विदेशी आकाओं से बात करती थी। गोवा से निकल कर अलग-अलग प्रदेश में अलग-अलग वेश में गैंग से सदस्यों से मिलती थी। पश्चिम बंगाल में जितने दिन रहती थी, वहां पर हमेशा बुर्का में ही दिखती थी। इस वजह से धर्मांतरण गैंग के साथी उसे ठीक से पहचानते भी नहीं हैं। आयशा उर्फ एसबी कृष्णा सिर्फ चिह्नित लोगों से ही सम्पर्क करती थी।आगरा पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया कि मध्य प्रदेश का मूल निवासी सैयद दाऊद अहमद अभी कनाडा में रहता है। जो विदेश से आयशा को रुपये भेजा करता था। गैंग की हेड गर्ल को भेजी गई बड़ी रकम का रिकॉर्ड पुलिस को मिला है। यह रकम हवाला के जरिये नहीं सीधे खाते में भेजी जा रही थी। आयशा धर्मांतरण करने वाले लोगों का वीडियो भी दाउद को भेजती थी।

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