बलरामपुर : 18 घंटे तक अस्पताल में पड़ा तड़पता रहा जहरखुरानी पीड़ित
लापरवाही से बेनकाब हुई जिला अस्पताल की व्यवस्था
बलरामपुर अमृत विचार। जिला मेमोरियल अस्पताल की लापरवाही एक बार फिर सवालों के घेरे में है। ट्रेन यात्रा के दौरान जहरखुरानी का शिकार हुए बुजुर्ग को सोमवार रात अस्पताल लाया गया, लेकिन 18 घंटे तक इलाज शुरू नहीं हुआ। मरीज अस्पताल परिसर में बेसुध पड़ा रहा, मगर डॉक्टरों और कर्मचारियों ने कोई सुध नहीं ली।
बलिया जनपद के ग्राम बरेठा निवासी ओमप्रकाश पटेल ने बताया कि उनके 50 वर्षीय पिता कोमल पटेल 20 जुलाई को सूरत से लौटते समय ट्रेन में जहरखुरानी का शिकार हो गए। स्थानीय यात्रियों की मदद से उन्हें सोमवार रात करीब 8:30 बजे जिला अस्पताल लाया गया। अस्पताल को पहले ही सूचित किया जा चुका था, इसके बावजूद कोई डॉक्टर देखने तक नहीं आया।
परिजनों के अनुसार, जब वे रात में अस्पताल पहुंचे तो कोमल पटेल को खुले परिसर में जमीन पर बेसुध हालत में पड़ा पाया। बार-बार गुहार के बाद भी डॉक्टरों ने गंभीर मरीज को हाथ तक नहीं लगाया। मंगलवार को परिजनों के कड़े विरोध के बाद कहीं जाकर इलाज शुरू हुआ। इस मामले में अस्पताल के सीएमएस डॉ. शारदा रंजन ने कहा कि मरीज का इलाज जारी है। परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जाएगी और लापरवाही सामने आने पर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़ें:- नवप्रयागम आवासीय योजना: पीडीए की महत्वाकांक्षी परियोजना जल्द शुरू
