सिर व गर्दन के कैंसर से बचना है तो तंबाकू से बनाए दूरी: डॉक्‍टर ने बताया, कैंसर की रोकथाम, जागरूकता और कारण  

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Published By Anjali Singh
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लखनऊ, अमृत विचार : संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) के हेड एंड नेक सर्जरी विभाग की ओर से सोमवार को विभागाध्यक्ष प्रो अमित केसरी के नेतृत्व में विश्व सिर और गर्दन कैंसर दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम और सीएमई का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य तंबाकू, गुटखा जैसे कारणों से होने वाले सिर और गर्दन कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करना था।

प्रो केसरी ने बताया कि दुनिया भर में सिर और गर्दन के कैंसर के बढ़ते मामलों और उनसे जुड़े जोखिम कारकों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रति वर्ष 27 जुलाई को यह दिवस मनाया जाता है। कैंसर की रोकथाम जागरूकता से ही संभव है। प्रो अमित केसरी के मुताबिक पान-मसाला, गुटखा, तंबाकू आदि इस कैंसर के प्रमुख कारण हैं। उन्होंने बताया कि इस मौके पर सिर और गर्दन कैंसर सहायता समूह की भी शुरुआत की गई, जो मरीजों को एक-दूसरे और डॉक्टरों से जोड़ने का काम करेगा।

हर तीसरा कैंसर मरीज, सिर या गर्दन के कैंसर से ग्रस्त

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पीजीआई संस्थान के निदेशक पद्मश्री प्रो आरके धीमन ने बताया कि देश में 30 से 40 प्रतिशत कैंसर रोगी सिर और गर्दन के कैंसर से पीड़ित हैं। लगभग हर तीसरा मरीज इससे ग्रसित है। ऐसे में इसकी रोकथाम और इलाज के लिए बहु-विषयक टीम की भूमिका बेहद अहम है। कार्यक्रम में डीन प्रो शालीन कुमार, सीएमएस डॉ देवेंद्र गुप्ता, रेडियोथेरेपी विभागाध्यक्ष प्रो पुनीता लाल और अन्य विशेषज्ञों ने भी अपने विचार रखे।

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