सीतापुर : चेन्नई से होती थी फंडिंग, गांव-गांव कराते थे धर्मांतरण, धरपकड़ जारी
सीतापुर, अमृत विचार: पुलिस ने धर्मांतरण को लेकर प्रलोभन देने वाले पादरी दंपति सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया। लखीमपुर निवासी पादरी से हुई जांच में ये बात सामने आई है कि आरोपियों के कनेक्शन चेन्नई से हैं। एसपी के आदेश पर एसओजी टीम बैंक खातों को खंगाल रही है।
बैठक कर धर्मांतरण के लिए प्रेरित करने वाले पिछले कुछ समय से लखीमपुर खीरी जनपद की सीमा से सटे गांव में सक्रिय थे। इसी इनपुट के बाद एसपी अंकुर अग्रवाल ने एसओजी टीम को सक्रिय किया। इमलिया सुल्तानपुर पुलिस टीम की मदद से मथना गांव में दबिश देकर एसओजी ने लखीमपुर खीरी के पसगवां थाना क्षेत्र के बेहटा गांव निवासी पादरी विनोद पाल सिंह व उसकी पत्नी ज्योति, इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र के मुराउनपुरवा निवासी अनंतराम, शुभकरन और रमित को गिरफ्तार किया।
आरोपियों के पास से बाइबिल, ढोलक समेत प्रचार सामग्री बरामद हुई। अपर पुलिस अधीक्षक आलोक सिंह ने बताया कि आरोपी चेन्नई से आए धन के जरिए प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने का कार्य कर रहे थे। फिलहाल पकड़े गए पादरी के बैंक खाते और कॉल डिटेल खंगाली जा रही हैं। केस दर्ज करते हुए विधिक कार्रवाई की जा रही है।
नेपाल से जुड़ा है नेटवर्क : पुलिस सूत्रों की मानें तो गिरफ्तार पादरी विनोद पाल सिंह का नेटवर्क सिर्फ चेन्नई तक ही सीमित नहीं, बल्कि उसके तार नेपाल से भी जुड़े होने की आशंका है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि नेपाल बॉर्डर से भी कुछ संदिग्ध कॉल और फंडिंग की गतिविधियां की गई हैं। फिलहाल एसओजीटीम और साइबर सेल नेपाल कनेक्शन की गहराई से पड़ताल कर रही है।
यह भी पढ़ें:- Noida: डिंपल यादव पर टिप्पणी करना मौलाना को पड़ा महंगा, सपा कार्यकर्ताओं ने लाइव शो में मारा थप्पड़
