लखीमपुर खीरी में मारपीट में घायल युवक की मौत के बाद बवाल, सैधरी बाईपास पर जाम
इलाज में लापरवाही और हमलावरों पर कार्रवाई न होने से परिजन भड़के, शव रखकर किया प्रदर्शन
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार : शहर से सटे सैधरी गांव निवासी युवक की रविवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। युवक शनिवार को हुई दो पक्षों की मारपीट में गंभीर रूप से घायल हुआ था। मौत की खबर मिलते ही परिजन आक्रोशित हो उठे और शव को लेकर सैधरी बाईपास पर पहुंच गए। जहां शव रखकर करीब दो घंटे तक जाम लगाया गया। पुलिस की लापरवाही और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की गई। सूचना पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। अधिकारियों के समझाने और सख्त कार्रवाई के आश्वासन पर परिजन माने और जाम समाप्त हुआ।
शनिवार सुबह सैधरी निवासी नितिन भार्गव गांव के पास उल्ल नदी पुल के समीप टहलने गया था। आरोप है कि युवती से मिलने के शक में कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया और मारपीट कर नदी में धकेल दिया। उसके गले पर गड़ासा और शरीर में भाला घोंपने की भी बात कही जा रही है। घटना की जानकारी मिलते ही नितिन का भाई अमित भार्गव, निहाल और महेश मौके पर पहुंचे। इसी बीच दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हो गई। धारदार हथियारों और लाठी-डंडों से हमला किया गया, जिसमें अमित, निहाल और महेश गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं दूसरे पक्ष से वसीम और कलीम भी घायल हुए।
घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने पर रविवार को अमित को लखनऊ रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही परिजन शव लेकर सैधरी बाईपास पहुंचे और जाम लगा दिया। मृतक की मां सावित्री देवी ने आरोप लगाया कि घायल बेटे को पुलिस समय से अस्पताल नहीं ले गई, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस पर आरोपियों से मिलीभगत का भी आरोप लगाया गया।
सूचना पर शहर कोतवाल हेमंत राय, सीओ सिटी रमेश तिवारी सहित कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। इस दौरान काफी देर तक हंगामा और नोकझोंक हुई। भाजपा और हिंदू युवा वाहिनी के नेताओं ने भी मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को समर्थन दिया। परिजन आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और अवैध झुग्गी बस्ती हटाने की मांग पर अड़े रहे। सीओ सिटी के आश्वासन पर जाम समाप्त हुआ, लेकिन परिजनों ने अंतिम संस्कार से इंकार कर दिया।
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