वर्दी की आड़ में कत्ल : रासुका में बंधा इश्क़ का कातिल"....जानें कैसे वर्दीधारी सिपाही बना हत्यारा"
लखनऊ, अमृत विचार : लखनऊ की गलियों में बहा वो खून... जो कभी प्यार के नाम पर छलका था। वर्दी पहनने वाला रक्षक, एक दिन बन गया भक्षक-और फिर जो हुआ, उसने इंसानियत को झकझोर दिया। हालांकि, बीच सड़क पर धारदार हथियार से दो दोस्तों की हत्या करने वाले हत्यारोपित सिपाही और उसके भांजे विनीत पर लखनऊ पुलिस ने एनएसए लगाया गया है।
आंखों में था खटकता पत्नी का प्रेमी
दरअसल, इस कहानी की शुरुआत लखीमपुर खीरी की पुलिस लाइन में तैनात सिपाही महेंद्र यादव से। घर में सब कुछ था-सम्मान, नौकरी और एक खूबसूरत पत्नी अंकिता, लेकिन एक दिन उसे पता चला कि उसकी पत्नी का दिल कहीं और धड़कता है। नाम था मनोज लोधी, जोकि लखनऊ में काकोरी के गांव पानखेड़ा का रहने वाला था। मनोज और अंकिता धीरे-धीरे नजदीक आने लगे थे, तो वहीं पत्नी की बेवफाई भी महेंद्र को खटकने लगी थी। इस पर सिपाही महेंद्र ने मनोज को रास्ते से हटाने और दर्द में बदला लेने की ठान ली। उसने भांजे विनीत यादव के साथ मिलकर वो प्लान रचा, जिसे जानकर रोंगटे खड़े हो जाएं।
अंकिता से कहलवाकर मनोज को मिलने बुलवाया गया। जैसे ही मनोज अपने दोस्त रोहित के साथ पहुंचा, सिपाही महेंद्र और उसके साथियों ने उन पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। बीच सड़क पर दिनदहाड़े हुआ ये कत्ल लोगों की आंखों में दहशत छोड़ गया। पुलिस ने तफ्तीश की, और 24 घंटे के भीतर दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश कर महेंद्र, अंकिता, विनीत और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मामला यहीं नहीं रुका। काकोरी पुलिस की रिपोर्ट और वारदात की क्रूरता को देखते हुए अब महेंद्र और विनीत पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई कर दी गई है। यह कहानी है प्यार की, विश्वासघात की और एक रक्षक के टूटने की-जहां दिल का दर्द दिमाग में बारूद बन बैठा और दो जिंदगियां लील लीं।
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