मानसून सत्र का छोटा रखना, मतलब जनसमस्यायों पर चर्चा से भागना, अतुल प्रधान का सरकार निशाना
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 11 अगस्त से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है। यह सत्र केवल चार दिन ही चलेगा। छोटे सत्र को लेकर अब समाजवादी पार्टी (सपा) ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार जनता की समस्याओं पर चर्चा से भाग रही है।
सरधना विधानसभा से सपा विधायक अतुल प्रधान ने विधानसभा सत्र की समयावधि को कहा कि उत्तर प्रदेश 403 विधानसभाओं का एक विस्तृत राज्य है। प्रदेश की जनता और जनप्रतिनिधि इंतजार करते है कि विधानसभा सत्र चलेगा और आम जन की समस्याओं और परेशानियों के निराकरण के लिये एक मंच तैयार होगा लेकिन उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार नही चाहती कि प्रदेश की जनता की समस्याओं का निराकरण हो।
विधायक ने कहा कि इस बार उत्तर प्रदेश मे मानसून सत्र महज 4 दिन चलेगा। 15 अगस्त और 16 अगस्त सिर्फ इसलिए लिखे गये ताकि पत्र में दिनों की गिनती की जा सकें। भाजपा के लोगों को शर्म करनी चाहिये कि जनता ने जो जिम्मेदारी दी है, उससे हमेशा बचने का काम किया है। जनता माफ नही करेगी।
विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दूबे ने बताया कि, उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 11 अगस्त से 16 अगस्त तक चलेगा। सोमवार, मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को सदन की कार्यवाही चलेगी। शनिवार को 15 अगस्त और 16 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की वजह से अवकाश रहेगा।
सपा विधायक के आरोप पर पलटवार करते हुये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता अवनीश त्यागी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोगों के पास मुद्दों का अभाव है। ये लोग हर बात में खोट निकालने में माहिर होते हैं। अपनी सरकार में तो ये लोग जनता के लिए कुछ कर नहीं पाये। अब जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की डबल इंजन की सरकार विकास के नए आयाम स्थापित कर रही है तो इनको कष्ट हो रहा है।
