Bareilly : स्मार्ट सिटी की सड़कें बढ़ा रहीं कमर दर्द, गाड़ियां भी हो रहीं जर्जर
बरेली, अमृत विचार। बारिश से स्मार्ट सिटी की सड़कें बदहाल हैं। सड़कों पर कदम-कदम पर मौजूद गड्ढों के बीच गुजरने के दौरान हिचकोले खाने से लोगों में कमर दर्द की समस्या बढ़ रही है। गाड़ियां भी जर्जर हो रही हैं। लोक निर्माण विभाग और नगर निगम ने गड्ढों को पाटने के लिए पैचवर्क कराया, लेकिन खराब गुणवत्ता के कारण पैचवर्च टिक नहीं रहा।
महानगर की तमाम सड़कों को करोड़ों रुपये खर्च कर बनाया गया है, लेकिन बारिश में अधिकांश की सूरत बिगड़ गई है। कहीं सड़क धंसने से गड्ढे गहरे हो गए तो कहीं बजरी उखड़कर सड़क पर फैली है। बारिश के दिनों में खतरा और बढ़ जाता है। कुछ सड़कें इतनी बुरी स्थिति में पहुंच चुकी हैं कि लोगों का चलना-फिरना दूभर हो गया है। ऐसे में यह कहना भी गलत नहीं होगा कि गड्ढा मुक्त करने के लिए मुख्यमंत्री के आदेशों की अवहेलना और कांवड़ से पहले गड्ढा मुक्ति के लिए कमिश्नर और नगर आयुक्त की ओर से की गईं बैठकें बेनतीजा रही हैं।
अमृत विचार की टीम ने शनिवार को शहर की सड़कों की पड़ताल की तो सैटेलाइट बस स्टैंड से लेकर श्यामगंज होते हुए चौकी चौराहा, चौपुला, सिटी स्टेशन से किला, हाटर्मन पुल होते हुए आईवीआरआई रोड, पीलीभीत रोड जगह-जगह सड़क टूटी दिखीं। कांवड़ मार्ग पर कुछ जगहों पर इतना घटिया काम हुआ कि कांवड़ माह में ही बार-बार पैचवर्क कराने की जरूरत पड़ी। इसके बावजूद गड्ढों को नहीं भरा जा सका।
शहर की इन सड़कों का हाल-बेहाल
- सैटेलाइट बस स्टैंड से श्यामंगज के बीच मालियों के पुलिया और मौलाना आजाद इंटर कालेज के पास बीचों बीच सड़क धंसी हुई है। कांवड़ से पहले ही दोनों गड्ढों को दुरुस्त कराने के नाम केवल खानापूरी की गई। यह सड़क नगर निगम को सही करानी है। गड्ढा दुरुस्त नहीं करने के कारण अक्सर बाइक सवार गड्ढे में पहिया जाने पर नियंत्रण खो बैठते हैं।
- चौपुला पुल से दूल्हा मियां की मजार तक गड्ढों की भरमार है। यह सड़क लोक निर्माण विभाग की है। कांवड़ माह में ही दो बार इस सड़क पर कराया गया पैचवर्क पूरी तरह उखड़ चुका है। एक किलोमीटर से ज्यादा लंबी सड़क ऊबड़-खाबड़ होने की वजह से दो पहिया वाहनों का चलना दुश्वार है। सड़क पर उड़ते धूल के गुबार यात्रियों के लिए मुसीबत का सबब बनते हैं।
- चौपुला चौराहा से बिहारीपुर रोड पर भी गड्ढे ही गड्ढे हैं। इसकी वजह से इस सड़क पर आए दिन पहले कई बार हादसे हो चुके हैं। बीएसएनएल कार्यालय के सामने सड़क का एक हिस्सा उखड़ा पड़ा है। बारिश के चलते हालात ज्यादा खराब हो गए हैं। वाहन स्वामियों को खासतौर पर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद भी नगर निगम के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे।
- बसंत विहार कालोनी में जानी वाली सड़क का हाल भी कुछ ठीक नहीं है। बारिश के दिनों में इस रोड से निकला दुश्वार होता है। जगह-जगह सड़क धंसी हुई है। रोड पर जलभराव की समस्या पुरानी है। ऐसे में बारिश के दिनों में तो हालात बेहद खराब होते हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कालोनी की सड़क की बदहाली पर आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया। हालात गांव से भी बदतर हैं।
- पीलीभीत बाईपास रोड पर सफर किसी खतरे से कम नहीं है। इस पर रोड पर सीवर लाइन का काम दो साल पहले हुआ था। तब से ही सड़क उबड़ खाबड़ है। दो दिन पहले डोहरा मोड़ के पास पैचवर्क उखड़ने पर सड़क पर पानी भरा तो पीडब्ल्यूडी में बजरी डलवा दी। इस सड़क पर पैचवर्क पर पीडब्ल्यूडी लाखों रुपये पानी की तरह बहा चुका है। मगर, हालात जस के तस है।
- आईवीआरआई रोड पर इज्जतनगर थाने के पास बीचो बीच सड़क उखड़ी पड़ी है। इसमें जरा सी बारिश में पानी भर जाता है। इस गड्ढे की वजह से लोगों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ दिन पहले राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू आईवीआरआई में दीक्षांत समोराह में शामिल होने आई थीं। उस समय गड्ढा भर दिया गया था। इसके कुछ दिन बाद ही पैचवर्क उखड़ गया।
- रहपुरा चौधरी में अधिकारी तो दूर जनप्रतिनिधि भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। स्मार्ट सिटी को आईना दिखाते हुए वार्ड रहपुरा चौधरी में बारिश के दिनों में सड़कों पर घुटनों तक पानी होता है। दो से बारिश नहीं होने पर भी इस सड़क पर जगह-जगह जलभराव है। स्थानीय लोग बताते हैं कि मेयर और नगर आयुक्त से कई बार मिलकर समस्या बताई, लेकिन सालों बाद सड़क की सूरत नहीं बदल सकी।
क्या कहते हैं लोग
आसिफ ने बताया कि किला पुल पर गड्ढा हादसे का न्योता दे रहा है। रात में हादसे की संभावना होती है। पुल के नीचे जो सड़क है उसमें भी गड्ढे बेशुमार हैं। यहां से गुजरते हुए कमर में दर्द हो जाता है। राशिद ने बताया कि बरेली को स्मार्ट सिटी नहीं इसे नर्क सिटी कहेंगे तो ज्यादा अच्छा होगा। कारण यह है कि शहर में शायद ही कोई ऐसी सड़क बची होगी, जहां हादसे का खतरा न हो।
नसीम के मुताबिक बसंत विहार में काफी समय से सड़क पर गड्ढे हैं, जिससे लोगों के कमर दर्द की समस्या बढ़ रही है। कई बार दो पहिया वाहन चालक गिरकर चोटिल हो चुके हैं। ने बताया कि शहर को स्मार्ट बनाकर नागरिकों को सुविधा देने के दावे कागजों में हो रहे हैं। यही कारण शहर की प्रमुख सड़कें हादसों को दावत देती दिख रही हैं। राहुल स्मार्ट सिटी की जर्जर सड़कों पर तेज रफ्तार से वाहन चलाना किसी खतरे से कम नहीं है। ऊबड़-खाबड़ सड़क पर गाड़ी चलाने से मेंटीनेंस का खर्चा भी बढ़ रहा है। अनिल ने बताया कि रहपुरा चौधरी की बदहाल सड़क से काफी दिक्कत होती है। नगर निगम के अधिकारी व जनप्रतिनिधियों को कई बार समस्या बताई। समाधान कुछ नहीं हुआ।
