पिता की चिता पर भाई बने दुश्मन : अंतिम संस्कार में चले लात-घूंसे, पुलिस की मौजूदगी में हुआ दाह संस्कार
संपत्ति विवाद में उलझे सगे भाइयों ने पिता के अंतिम संस्कार को भी बना दिया रणभूमि, पुलिस बल के साथ कराया गया दाह संस्कार
बाराबंकी, अमृत विचार : सुबेहा थाना क्षेत्र के रामपुर मजरे जमीन हुसैनाबाद गांव में गुरुवार को पिता के अंतिम संस्कार के दौरान सगे भाइयों के बीच जमकर विवाद और मारपीट हो गई। हालात इतने बिगड़े कि पुलिस को भारी बल बुलाकर हस्तक्षेप करना पड़ा और शव का दाह संस्कार पुलिस की मौजूदगी में करवाना पड़ा।
जानकारी के मुताबिक, 85 वर्षीय रामपाल मिश्रा का गुरुवार को स्वाभाविक निधन हो गया था। परिवार में उनके दो बेटे हैं । बड़े पुत्र संतोष मिश्रा जो लखनऊ में रहते हैं, और छोटे पुत्र महेंद्र मिश्रा जो गांव में ही रहते हैं। कुछ समय से दोनों के बीच आपसी विवाद चल रहा था। बताया जाता है कि छोटे पुत्र की सेवा से खुश होकर रामपाल मिश्रा ने अपनी पांच बीघा जमीन छोटे पुत्र की पत्नी के नाम बैनामा कर दी थी। इसी बात को लेकर बड़े भाई संतोष नाराज चल रहे थे।
आरोप है कि पिता की मौत की सूचना छोटे भाई ने बड़े भाई को समय पर नहीं दी। जैसे ही संतोष मिश्रा को खबर मिली, वे गांव पहुँचे, जहाँ अर्थी उठाने की तैयारी हो रही थी। उन्होंने रिश्तेदारों के आने तक अंतिम संस्कार रोकने की बात कही, जिस पर दोनों भाइयों में कहासुनी शुरू हो गई और मामला हाथापाई तक पहुँच गया।
मारपीट की सूचना मिलते ही 112 डायल पुलिस मौके पर पहुँची। हालात काबू में न आते देख अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। भारी पुलिस मौजूदगी में शव का दाह संस्कार कराया गया। घटना के बाद बड़े भाई ने छोटे भाई पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है। मामले में पुलिस जांच कर रही है।
यह भी पढ़ें:-राजा भैया का विजन 2047 पर खुला संदेश : “नेता-फकेत आएँगे; राष्ट्र का एक स्वर ज़रूरी”
