UP : बझेड़ा का तटबंध टूटने से करोड़ों की परियोजना को नुकसान

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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मूड़ा सवारान/लखीमपुर खीरी। बझेड़ा गांव में शारदा नदी की तेज धारा सिंचाई विभाग के करोड़ों की परियोजना को नुकसान पहुंचा रही है। पश्चिमी तटबंध पहले से ही क्षतिग्रस्त था। पूर्वी दिशा का तटबंध भी टूट गया है, जिसे ठीक करने को विभाग की टीम लगातार कार्य कर रही है। उधर, फूलबेहड़ क्षेत्र के ग्रंट नंबर 12 में प्राचीन शिव मंदिर समेत कई घरों को नेस्तनाबूत करने के बाद बीते 24 घंटे में दो और मकान नदी में समा गए। इस सीजन में यहां अब तक 11 मकान नदी में समा चुके है।

शारदा नदी का कटान रोकने के लिए बझेड़ा गांव में वर्ष 2022-23 में 4.95 करोड़ रुपये की योजना के तहत 700 मीटर में जिओ ट्यूब बैग लगाए गए थे, लेकिन शारदा नदी की तेज धार में 30 मीटर तटबंध क्षतिग्रस्त हो गया है। शारदा नदी इन दिनों अपने उफान पर है, जो बिजुआ ब्लॉक के बझेडा गांव को अपने आगोश में लेकर खतरे का संकट पैदा कर रही है। क्षतिग्रस्त तटबंध को ठीक करने के लिए बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा बंधे पर काम किया जा रहा है।

ग्रामीण ज्ञान सिंह, अजीत सिंह, मनोज कुमार, कमलेश, मनोहर लाल, शिवपूजन आदि ने आशंका जताते हुए बताया कि जिस तरह से काम हो रहा है यह नाकाफी है जिससे बंधे को बचाया नहीं जा सकता। हालांकि अभी हालत सामान्य हैं लेकिन शारदा नदी में घटते-बढ़ते जल स्तर को देखते हुए लगता है कि समय रहते यदि तटबंध की मरम्मत नहीं हो पाई तो स्थिति अनियंत्रित हो जाएगी।

उधर, ग्रंट नंबर 12 में खेत-खलिहान पहले ही नदी की भेंट चढ़ गए थे। अब आबादी की ओर नदी का रुख है। मंगलवार सुबह सीमादेवी पत्नी दयाराम और कामता पुत्र निरंजन का घर उनकी आंखों के सामने ही नदी में समा गया। कटान की रफ्तार देख लोग अपने कच्चे-पक्के घर छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की तलाश में गांव से पलायन कर रहे हैं। ग्राम प्रधान ने बताया कि अब तक दर्जनों घर नदी की कटान की भेंट चढ़ चुके हैं। राजस्व टीम हालात पर नजर बनाए हैं। प्रशासन ने बताया प्रभावित पीड़ितों को दैवीय आपदा मद से 1.20 लाख रुपये की सहायता दी जा रही है।

 

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