लखनऊ में सुबह से ही उमस भरी गर्मी... शहरवासी परेशान, दशहरा तक राहत नहीं
लखनऊ, अमृत विचार : उमस भरी गर्मी से अभी शहर के लोगों को निजात नहीं मिलने वाली है। मौसम विभाग ने 6 दिन बाद ही पहाड़ों में पश्चिमी विक्षोभ की संभावना जताई है। ऐसे में दशहरा बाद गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद कम ही नजर आ रही है। एक सप्ताह से शहर का न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास है। लखनऊ में शनिवार सुबह से बादलों की आवाजाही शुरू हो गई थी, जिससे बार-बार धूप- छांव हो रही थी। दिन में बारिश के आसार बने थे। दोपहर बाद शहर के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी भी हुई थी।
इससे लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद थी, लेकिन दो दिन बाद भी पूर्वी हवाओं में नमी बनी रही, जिससे उमस भरी गर्मी ने लोगों को सोमवार को भी परेशान रखा। एकीकृत प्रादेशिक मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया है कि अभी पुरवा हवा चल रही है, जब तक पछुआ हवाएं नहीं चलेंगी, तब तक मौसम में कोई बदलाव नहीं आयेगा।
5 से 6 दिनों बाद पहाड़ों में पछुवा हवा आएगी। जिसके बाद वहां बारिश की संभावना है। उसके बाद यहां न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी। वहीं लखनऊ में जब पश्चिमी विक्षोभ आयेगा, यानी पछुआ हवाएं चलेंगी, तब लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि एक दिन बाद लखनऊ में बारिश की संभावना है।
बादल छाएंगे, बूंदाबादी भी होगी लेकिन गुलाबी सर्दी अभी दूर
उत्तर प्रदेश में आने वाले समय में बादल तो छाएंगे और बूंदाबादी भी होगी लेकिन गुलाबी सर्दी अभी दूर है। अक्टूबर तो छोड़ ही दीजिए मौसम नवंबर की शुरुआत तक अपना गरम मिजाज दिखाएगा। हालांकि, बीच-बीच में छाने वाले बादल तापमान में तनिक राहत देते रहेंगे। दरअसल, इस साल सितंबर के महीने में मौसम असामान्य रूप से गरम बना हुआ है।
नवंबर की शुरुआत तक अपना गरम मिजाज दिखाएगा मौसम
माना जाता है कि इस वक्त शाम धीरे-धीरे ठंडक का एहसास कराने लगती है लेकिन अभी तक मार्च-अप्रैल वाली धूप लाग झेल रहे हैं। मौसम विभाग का भी कहना है कि सितंबर माह के बीतने और उत्तर भारत में मानसून की विदाई के साथ मौसम सुहावना होने लगता है। लेकिन फिलहाल उप्र. में स्थिति विपरीत है। मौसम ने संकेत दिए हैं कि उप्र. अक्टूबर तक गुलाबी सर्दी संभव नहीं है। आंशिक बादल छाए रहने से तापमान की गिरावट से राहत तो मिलेगी लेकिन धूप और उमस का प्रभाव बना रहेगा। सर्दी की आहट नवंबर में ही संभव है।
