एमिटी यूनिवर्सिटी के छात्र ने खाया जहर, विश्वविद्यालय प्रशासन पर अपमान का लगाया आरोप
लखनऊ, अमृत विचार । एमिटी यूनिवर्सिटी के छात्र ने जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया है,आनन-फानन में साथियों ने छात्र को गंभीर हालत में लोहिया संस्थान में भर्ती कराया है, जहां उसकी हालत स्थिर है,छात्र नीलेश पाल कानपुर का रहने वाला बताया जा रहा है। छात्र के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर उत्पीड़न और जातिगत अपमान करने का गंभीर आरोप लगाया है।

छात्र नीलेश पाल ने सुसाइड नोट में यूनिवर्सिटी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुये लिखा है कि वह बीसीए का छात्र है, एक दिन बिना बताये वह नाइट आउट के लिए हॉस्टल से बाहर चला गया था। उसने इस बात की जानकारी अपनी मां को दी थी, लेकिन इस बात से नाराज वार्डेन ने उसको हास्टल से निष्कासित कर दिया। जबकि छात्र ने अपनी इस गलती के लिए माफी भी मांगी थी। पत्र में क्लास से भी निष्कासित करने की बात लिखी गई है। इतना ही नहीं पत्र में छात्र ने जातिगत अपमान की भी बात लिखी है। जिससे वह आहत था। पत्र में छात्र ने यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा उसके माता-पिता से साथ की गई अभद्रता का जिक्र भी किया है। आगे छात्र ने लिखा कि इतने अपमान से वह आहत है जिसके कारण उसने यह कदम उठाने का फैसला किया है।
लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ. भुवन ने बताया है कि युवक की हालत ठीक है। हालांकि उन्होंने जहर खाने की पुष्टि नहीं की है।
