पीलीभीत: आढ़त का लाइसेंस निलंबित, 10 करोड़ से अधिक गोलमाल का शोर, अन्य आढ़ती भी हुए शिकार

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
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पीलीभीत, अमृत विचार। मंडी समिति के एक आढ़ती के किसानों से ली गई फसल का दाम चुकाए बिना परिवार समेत फरार होने के मामले में डीएम से हुई शिकायत के बाद अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है।  आढ़त का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। वहीं, जिन दो राइस मिलर्स के पास सीधे धान व गेहूं पहुंचाने के आरोप लगाए गए हैं, उन्हें बुलाकर भी अधिकारियों ने सवाल जवाब किए। यह भी सामने आ रहा है कि आरोपी ने कई आढ़तियों को भी चूना लगा दिया। ठगी गई रकम की कोई पुष्ट लागत तो अभी साफ नहीं हो सकी है लेकिन शोर दस करोड़ से अधिक का चल रहा है। फिलहाल माना जा रहा है कि जल्द ही एफआईआर कराई जाएगी।

बता दें कि भारतीय किसान यूनियन टिकैत के नेताओं संग पहुंचे किसानों ने डीएम ज्ञानेंद्र सिंह से शिकायत की थी। जिसमें मंडी समिति पीलीभीत के आढ़ती प्रियांशु अग्रवाल के परिवार समेत भागने का आरोप लगाते हुए  बताया कि आरोपी ने किसानों से धान एवं गेहूं की खरीद की थी। जिसमें पंद्रह दिन बाद रुपये देने का वायदा करके टालमटोल करता रहा। फिर दिवाली के बाद परिवार समेत भाग गया है।  ये भी आरोप लगाए गए थे कि बीसलपुर रोड पर स्थित दो राइस मिल में सीधे धान पहुंचवाया गया था। जिसकी जांच कराई जाए। डीएम से हुई शिकायत के बाद प्रकरण में जांच पड़ताल की जा  रही है। मंडी समिति पीलीभीत के सचिव प्रवीण कुमार अवस्थी की ओर से संबंधित आढ़त का लाइसेंस निलंबित करने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई। इसके लिए पत्रावली तैयार कर वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी गईऔर देर शाम लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। वहीं, संबंधित दोनों राइस मिलर को भी बुलाकर उनसे भी सवाल जवाब कर मामले की जानकारी की। इस दौरान डिप्टी आरएमओ वीके शुक्ला भी मंडी समिति में मौजूद रहे।

इधर, आरोपी के भागने के बाद हर तरफ ठगी की रकम को लेकर शोर मचा हुआ है। बताते हैं कि कई आढ़तियों की रकम भी आरोपी हड़प कर ले गया है। चर्चा है कि दस करोड़ से अधिक की रकम की धोखाधड़ी की गई है। जिसमें आढ़तियों की भी काफी रकम है। मंडी समिति का शुल्क भी जमा नहीं किया गया। आसपास के आढ़तियों ने बताया कि दिवाली तक वह आढ़त पर खरीद करता भी देखा गया था। इसके बाद उसके मुंशी आदि अन्य कर्मचारियों ने किसानों से धान लिया। मंडी सचिव का कहना है कि आढ़त का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। दोनों राइस मिलर्स को बुलाकर उनसे जानकारी की गई थी।  इधर, खाद्यान्न आढ़ती कल्याण समिति के अध्यक्ष रवि गंगवार का कहना है कि संबंधित प्रकरण को लेकर  गुरुवार को प्रेसवार्ता की जाएगी।

हमारा कोई रोल नहीं..हमने आढ़ती को कर दिया था भुगतान
इस मामले में दो राइस मिलर्स का नाम भी शिकायत में दिया गया था। हालांकि उनका कहना है कि उनके स्तर से किसी तरह की गड़बड़ी नहीं की गई। उनके द्वारा किसान से फसल नहीं ली गई थी। ये भी गलत है कि किसान का धान सीधे राइस मिल पर पहुंचाया गया। आढ़त से ही नियमानुसार धान लिया गया था, जिसका भुगतान भी आढ़ती को कर दिया गया था। अब उनको शिकायत पत्र में क्यों शामिल कर दिया गया। जबकि किसान से उनका कोई सीधा लेनदेन था ही नहीं।

एक रिश्तेदार तीन साल पहले कर चुका धोखाधड़ी
किसानों की फसल का दाम चुकाए बिना धोखाधड़ी कर भागे आढ़ती का एक रिश्तेदार भी इसी तरह से पूर्व में धोखाधड़ी कर चुका है। उसने भी ऐसे ही किसानों और व्यापारियों से बड़ी धोखाधड़ी की थी। उसी भी मंडी समिति में ही आढ़त थी। ये वाक्या तीन से चार साल पुराना बताया जा रहा है। इसकी भी चर्चा मंडी समिति में होती रही।

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