बरेली: लाॅकडाउन में साइबर ठग हो गए करोड़पति

बरेली, अमृत विचार। लाॅकडाउन के चलते लोगों को मजबूरन शॉपिंग के साथ पढ़ाई व कॉरपोरेट जॉब को लेकर भी इंटरनेट पर निर्भर होना पड़ा। ऐसे में साइबर ठगों ने आसानी से अपने शिकार ढूंढे। कहीं फ्री ऑनलाइन सबस्क्रिप्शन, ऑनलाइन ऑफर्स तो कहीं बैंक के कामकाज को आधार बनाकर साइबर ठगों ने जमकर लोगों के बैंक …
बरेली, अमृत विचार। लाॅकडाउन के चलते लोगों को मजबूरन शॉपिंग के साथ पढ़ाई व कॉरपोरेट जॉब को लेकर भी इंटरनेट पर निर्भर होना पड़ा। ऐसे में साइबर ठगों ने आसानी से अपने शिकार ढूंढे। कहीं फ्री ऑनलाइन सबस्क्रिप्शन, ऑनलाइन ऑफर्स तो कहीं बैंक के कामकाज को आधार बनाकर साइबर ठगों ने जमकर लोगों के बैंक अकाउंट खाली किए।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल आई शिकायतों के मुकाबले इस साल वह आंकड़ा साल के पहले छह महीनों में ही पार हो गया। अब तक साइबर ठग एक करोड़ से ज्यादा रुपये बैंक अकाउंट्स से उड़ा चुके हैं। पुलिस अब तक महज 20 फीसदी राशि की वसूली कर पाए हैं। इससे ज्यादा रुपये बैंक सर्वर में होल्ड कर लिए गए हैं, जोकि कोर्ट के आदेश के बाद ही पीड़ित को वापस होंगे।
छह महीनों में सवा करोड़ रुपये की ठगी
अभी साल के छह महीने भी नहीं गुजरे हैं कि अब तक एक करोड़ 7 सात लाख रुपये की साइबर ठगी के मामले साइबर सेल पहुंच चुके हैं। अब तक साढ़े तीन सौ से ज्यादा आईटी एक्ट संबंधी शिकायतें पहुंच चुकी हैं जिनमें 241 साइबर धोखाधड़ी जैसे बैंक व एटीएम धोखाधड़ी से संबंधित हैं। इनमें पुलिस 248 शिकायतों का निस्तारण कर चुकी है। पिछले पूरे साल में ही आईटी एक्ट संबंधी शिकायतें महज चार सौ के करीब पहुंची साइबर सेल में पहुंची थी।
रिटायर्ड एचसीपी के खाते से लाखों उड़ाए
सुभाषनगर क्षेत्र में करगैना के रहने वाले ओम प्रकाश रिटायर्ड एचसीपी हैं। उन्होंने सोमवार को एसएसपी ऑफिस पहुंच बताया कि 10 जून को लगभग सुबह 9:30 बजे उनके पास एक फोन पहुंचा। दूसरी तरफ से बात कर रहे युवक ने बताया कि वह ट्रेजरी कर्मचारी हैं।
ओम प्रकाश को बताया गया कि उनका पेंशन के अकाउंट्स की डिटेल्स डिलीट हो गई है और उन्हें दोबारा डिटेल देनी पड़ेगी। इस पर ओम प्रकाश ने सारी डिटेल ठग को बता दी। उनके मुताबिक इसके बाद उनके खाते से 31 बार में पौने आठ लाख रुपये निकाल लिए गए। एसएसपी ने मामले में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए है।