राष्ट्रपति के स्वागत में दुल्हन की तरह सजाया गया चारबाग स्टेशन, जानिए कैसी रहेगी सुरक्षा व्यवस्था
लखनऊ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आगमन को लेकर उत्तर रेलवे के चारबाग रेलवे स्टेशन को दुल्हन की तरह सजाया गया है। स्टेशन पर रंग रोगन के साथ प्लेटफार्मो को चमकाया गया है। प्लेटफॉर्म पर सुरक्षा के लिहाज अत्याधुनिक कैमरे लगवाए गए हैं। सर्कुलेटिंग एरिया में लगा 101 फिट का तिरंगा धुलकर लगाया गया है, जिसके …
लखनऊ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आगमन को लेकर उत्तर रेलवे के चारबाग रेलवे स्टेशन को दुल्हन की तरह सजाया गया है। स्टेशन पर रंग रोगन के साथ प्लेटफार्मो को चमकाया गया है। प्लेटफॉर्म पर सुरक्षा के लिहाज अत्याधुनिक कैमरे लगवाए गए हैं। सर्कुलेटिंग एरिया में लगा 101 फिट का तिरंगा धुलकर लगाया गया है, जिसके शान देखते ही बनती है । वहीँ रात में स्टेशन दुल्हन सा सजा-धजा नजर आया. इसके अलावा सजावट के गमले रास्ते भर में लगाए गए। यात्रियों को दिक्कतें न हों, इसके इंतजाम भी किये गए हैं।
राष्ट्रपति के आगमन से पहले रविवार को 50 गाड़ियों के फ्लीट के साथ रिहर्सल हुआ। डेढ़ मिनट तक वाहन चारबाग रेलवे स्टेशन से गुजरते रहे। सभी फ्लीट के वाहन बकायदा नंबरिंग में चल रहे थे। पहले नंबर की कार जहां राज्यपाल की थी वहीं नंबर दो कार मुख्यमंत्री की रही। पहले से मौजूद मंडलायुक्त रंजन कुमार, कमिश्नर डीके ठाकुर सहित रेलवे प्रशासन के अधिकारियों के साथ राष्ट्रपति के उतरने के बाद वीवीआईपी लाउंज होते हुए बाहर आने तक के विषय पर बातचीत की। अफसरों ने प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंचकर मार्किंग स्थल का निरीक्षण किया। जहां राष्ट्रपति का कोच रुकना है। यह कोच सीधे निकास प्रवेश द्वार पर रुकेगा। यहां उनके स्वागत के लिए रेड कॉरपेट बिछाई जाएगी।
114 सीसीटीवी रखेंगे नजर
चारबाग रेलवे स्टेशन व लखनऊ जंक्शन पर 114 सीसीटीवी कैमरे राष्ट्रपति आगमन के हर मूवमेंट पर नजर रखेंगे। सुरक्षा को और पुख्ता बनाने के लिए चारबाग स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर हाई डेफिनिशन विश्वस्तरीय कैमरे लगवाए गए हैं। जिन्हें प्लेटफॉर्म, पोर्टिको और सर्कुलेटिंग एरिया की ओर रखा गया है। ताकि आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर नजर रखी जा सके।
ये संभालेंगे सुरक्षा व्यवस्था
कानपुर से ट्रेन के रवाना होने के बाद ट्रैक की निगरानी के लिए उन्नाव तक कानपुर पुलिस, उन्नाव से हरौनी तक उन्नाव की पुलिस होगी। क्रासिंग की सुरक्षा संभालेगी के लिए हरौनी से चारबाग तक लखनऊ पुलिस कमिश्नर के हवाले रहेगी. जबकि आरपीएफ और जीआरपी रेलवे स्टेशनों, पुलों और क्रोसिनों की सुरक्षा देखेगी।
रेलवे ट्रैक पर चलेगा सुरक्षा का काफिला
प्रेसिडेंशियल ट्रेन के आगे पायलेट ट्रेन चलेगी, जिसमें एक इंजन और एक कोच रहेगा, जिसमें रेलवे का मेंटिनेंस स्टाफ रहेगा तथा ट्रैक के दोनों तरफ रिकॉर्डिंग भी करेगा। राष्ट्रपति की ट्रेन में दो इंजन लगेंगे। चारबाग में एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन को अलर्ट मोड पर रखा गया है। इसके अलावा दो कोच राष्ट्रपति के लिए होंगे। जिसमें स्टॉफ और सुरक्षा एजेंसियों समेत रेलवे के आलाधिकारी होंगे।
