बरेली: वैज्ञानिक की शिकायत पर मनीषा गैस को फटकार
बरेली, अमृत विचार। भाजपा महानगर के महामंत्री अधीर सक्सेना की सिद्धि विनायक गैस एजेंसी के सिलेंडरों में तीन से चार किलो गैस की घटतौली पकड़े जाने के बाद भी घटतौली बड़े स्तर पर हो रही है लेकिन कार्रवाई के नाम पर आपूर्ति विभाग और विधिक माप विज्ञान विभाग के अधिकारी सिर्फ खानापूरी कर रहे हैं। …
बरेली, अमृत विचार। भाजपा महानगर के महामंत्री अधीर सक्सेना की सिद्धि विनायक गैस एजेंसी के सिलेंडरों में तीन से चार किलो गैस की घटतौली पकड़े जाने के बाद भी घटतौली बड़े स्तर पर हो रही है लेकिन कार्रवाई के नाम पर आपूर्ति विभाग और विधिक माप विज्ञान विभाग के अधिकारी सिर्फ खानापूरी कर रहे हैं।
इतने बड़े मामले में बारादरी पुलिस ने दो प्रबंधकों समेत कई के विरुद्ध वस्तु अधिनियम में रिपोर्ट दर्ज की लेकिन अभी तक गिरफ्तारी किसी की नहीं की न ही विवेचक ने भाजपा नेता के नाम को केस में शामिल किया लेकिन पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहे गोरखधंधे को उजागर करने के लिए अब ग्राहक भी जागरूक हो गए हैं। गैस घटतौली की शिकायत इंडियन ऑयल कारपोरेशन में करने लगे हैं।
इसी तरह की एक घटतौली की शिकायत जब इंडियन आयल कारपोरेशन से की गई तो उस पर तत्काल कदम उठाया गया। उस कदम ने मनीषा गैस एजेंसी की घटतौली को उजागर कर दिया। इस घटना ने अमृत विचार में छपी घटतौली की खबर को सत्यता का प्रमाण-पत्र भी दे दिया है। इस शिकायत का इंडेन रैफरेंस नं 1- 398743025446 है। शिकायतकर्ता बरेली निवासी भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र, मुम्बई के राजपत्रित अधिकारी वैज्ञानिक अक्षत कक्कड़ हैं। वह वरिष्ठ पत्रकार गोपाल विनोदी के पुत्र हैं।
गैस की आपूर्ति बिहारीपुर टंडनबाड़ा निवासी गोपाल विनोदी के निवास पर होती है। लगभग एक सप्ताह पूर्व रिफिल आई तो डिलीवरीमैन की जगह रिक्शा वाला आया, उसके पास कांटा नहीं था। वह अगले दिन कांटा लाने को कहकर चला गया। इसके बाद एक हफ्ते तक डिलीवरीमैन प्रदीप को अक्षत फोन करते रहे मगर वह कांटा लेकर नहीं आया। मजबूरन कल शिकायत के बाद आज इण्डेन अफसरों की फटकार पर वह कांटा लेकर आया, जिसकी सुई एक जगह नहीं ठहरती थी।
चार-पांच बार तोलने के बाद कांटा 28 से 31 किलो पर कहीं रुकता और पल भर में बदल जाता। यह कांटा अमृत विचार में छपी असत्यापित कांटे की बात की भी पुष्टि कर रहा था। सख्त लहजे में बात करने पर रिफिल की डिलीवरी देने वाले हर्ष पाल ने बताया कि नेकपुर में ललिता देवी मंदिर के पास गैस की दुकान पर हेराफेरी होती है। दुकान मालिक का नाम भी उसने बताया।
इसके बाद गोपाल विनोदी ने मनीषा गैस की मालकिन ज्योति शर्मा से बात करने के लिए उनके पति काशीनाथ शर्मा को फोन मिलाया। शर्मा ने बात सुनकर मनीषा गैस के प्रबंधक मनीष को गोपाल विनोदी का नंबर देकर बात कराने को कहा मगर मनीष ने बात नहीं की। शाम 4.30 बजे उसने दीपक और श्रीवास्तव नाम के दो गुर्गे डिलीवरी मैन प्रदीप के साथ भेजे जो किसी भी हालत में मामला दबाने पर जोर देते रहे। अंततः उन्हें वापस जाना पड़ा। जिस मनीष की वह तबीयत खराब होने का बहाना कर रहे थे उससे बार-बार यही कहते रहे कि ‘सर झुकने को तैयार नहीं हैं।
मनीष के गुर्गो को विनोदी ने यह भी बताया कि बिहारीपुर ढाल से झगड़े वाली मठिया तक हलवाइयों, दूध वालों ठेले वालों के यहां योजनाबद्ध ढंग से इण्डेन अफसर एक साथ छापे मारें और पुलिस सादा कपड़ों में हो तो 50 से अधिक घरेलू गैस सिलेंडर एक घंटे की कार्यवाही में पकड़े जा सकते हैं। गुर्गो के जाने के बाद काशीनाथ शर्मा को व्हाट्सएप पर जानकारी दे दी गई जिसे पढ़ने के बाद कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। अगर हर्ष पाल की गिरफ्तारी हो जाए तो पुलिस कई सफेदपोशों को बेनकाब कर देगी।
विधिक माप विज्ञान विभाग ने जोर-शोर से एलपीजी गैस एजेंसियों के गोदामों का निरीक्षण शुरू किया था। विभाग की दो टीमों ने तीन दिन तक गोदामों की खाक छानी लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। तीन दिन के अंदर केवल 11 गोदाम का निरीक्षण और छुटपुट चालान कर टीमों ने केवल खानापूर्ति की। टीमों ने अभियान के खत्म होने के बाद एक अतिरिक्त दिन भी निकाला और केवल सिद्धि विनायक एजेंसी का निरीक्षण किया। इसके बाद तमतमाती गर्मी में विभाग का अभियान ठंडा पड़ा गया। जिसके लिए अधिकारी टीमें नहीं होने का रोना रोते हैं।
