बरेली: रविवार का लॉकडाउन भी खत्म, राहत पर सतर्कता जरूरी

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बरेली, अमृत विचार। कोरोना की दूसरी लहर के बाद से सप्ताह में दो दिन शनिवार और रविवार की बाजार बंदी काफी समय तक लागू रही है लेकिन अब संक्रमण में कमी आने के बाद पहले बाजार को शनिवार और अब रविवार के लॉकडाउन से मुक्त किए जाने के बाद से व्यापारी राहत महसूस कर रहे …

बरेली, अमृत विचार। कोरोना की दूसरी लहर के बाद से सप्ताह में दो दिन शनिवार और रविवार की बाजार बंदी काफी समय तक लागू रही है लेकिन अब संक्रमण में कमी आने के बाद पहले बाजार को शनिवार और अब रविवार के लॉकडाउन से मुक्त किए जाने के बाद से व्यापारी राहत महसूस कर रहे हैं।

हालांकि व्यापारियों का कहना है कि संक्रमण का खतरा अभी पूरी तरह से कम नहीं हुआ है इसलिए सभी को अभी कोरोना के प्रोटोकॉल को मानने को लेकर सतर्क रहना चाहिए। इसमें सभी का सहयोग रहना जरूरी है। इस संबंध में व्यापारियों ने मिलीजुली प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

व्यापारियों की मांग को ध्यान में रखकर शासन द्वारा रविवार का लॉकडाउन समाप्त कर व्यापार सहित आम जनता को बड़ी राहत दी है। हम इसका स्वागत करते हैं। साथ ही आम जन से अपील भी करते हैं कि मास्क का प्रयोग करें और शारीरिक दूरी बना कर ही रहें। – आशीष सिंघल, व्यापारी नेता

लॉकडाउन समाप्त करने का निर्णय सराहनीय है, क्योंकि बाजार में अभी मंदी चल रही थी। कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप भी लगभग थम चुका है। पिछले कई दिनों से कोई नया केस भी सामने नहीं आया है इसलिए अब व्यापारियों के साथ आम लोगों से भी अपील है कि कोविड गाइड लाइन का पालन अवश्य करें ताकि लॉकडाउन जैसी स्थिति फिर न आये। -संतोष पटेल, व्यापारी नेता

पूरी तरह अनलॉक कर सरकार ने व्यापारियों को लाभ पहुंचाने का काम किया है। इससे आने वाले दिनों में कारोबार बढ़ने की उम्मीद है। व्यापारियों से अपील है कि सरकार से मिली छूट को ध्यान में रखते हुए सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। -प्रवीण अग्रवाल, व्यापारी

कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बरकरार है। कोविड प्रोटोकॉल को लेकर लोग सजगता नहीं दिखा रहे हैं इसलिए सरकार को इतनी जल्दी लॉकडाउन नहीं खोलना चाहिए था। प्रदेश के अलावा देश के कई राज्यों में एक फिर कोरोना केस बढ़ने लगे हैं। -अरुण शर्मा, व्यापारी

रविवार की बंदी से व्यापारी परेशान थे, क्योंकि इस दिन सरकारी व गैर सरकारी कार्यकालों में अवकाश रहता है। लोग परिवार संग बाजार में खरीदारी को आते हैं। अब प्रदेश सरकार ने सिर्फ पूर्व की तरह साप्ताहिक बंदी रखने की बात कही है। इससे निश्चित ही कारोबार को गति मिलेगी। – विशाल मेहरोत्रा, व्यापारी नेता

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