मुरादाबाद : ट्विटर पर प्रशासन सतर्क, जवाब देने में अव्वल है पुलिस महकमा

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सौरभ सिंह/अमृत विचार। प्रशासन सोशल मीडिया पर भी खूब सक्रिय है। मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी और पुलिस विभाग के अकाउंट नियमित अपडेट हो रहे हैं। समस्याओं की सुनवाई और समाधान में पुलिस और ट्रैफिक पुलिस सबसे आगे है। चूंकि, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी के पास शिकायतें बहुत कम आ रही हैं, …

सौरभ सिंह/अमृत विचार। प्रशासन सोशल मीडिया पर भी खूब सक्रिय है। मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी और पुलिस विभाग के अकाउंट नियमित अपडेट हो रहे हैं। समस्याओं की सुनवाई और समाधान में पुलिस और ट्रैफिक पुलिस सबसे आगे है। चूंकि, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी के पास शिकायतें बहुत कम आ रही हैं, इसलिए जवाबी ग्राफ में इनका नंबर नीचे है। जबकि रेस्पांस टाइम संबंधी परिणाम शानदार है।

गौरतलब है कि राज्य में भाजपा की अगुवाई में सरकार बनते ही मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को जनसंवाद बढ़ाने के निर्देश दिए थे। लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में कहा था कि सोशल मीडिया पर आने वाली शिकायतों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।  इसके बाद ही हर जिले में लगभग सभी विभागाध्यक्षों ने ट्विटर पर अकाउंट बना लिये। जिले का पुलिस विभाग तो काफी पहले से ट्विटर पर था, लेकिन वास्तव में पुलिस के हैंडल का इस्तेमाल राज्य में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद शुरू हुआ। यहां पुलिस का ट्विटर हैंडल मई 2013 से सक्रिय है, जबकि ट्रैफिक पुलिस का हैंडल जून 2015 में शुरू हुआ। जिलाधिकारी जून 2018 में और मंडलायुक्त मार्च 2021 में ट्विटर पर आए।

मंडलायुक्त के हैंडल पर ज्ञान की बात
मंडलायुक्त का ट्विटर हैंडल भी रोज अपडेट होता है। हालांकि, इस हैंडल पर आमतौर पर ज्ञान की बातें अधिक होती हैं। एक पोस्ट में लिखा भी है कि हमारा अकाउंट। 6730 फॉलोअर्स। यहां हम साझा करते हैं कुछ कहानियां, जानकारी और कुछ ऐसी बातें जो शायद आपको खोखला ज्ञान लगती हों। पर, हम आपको वही बताते हैं और वही कोशिशें करने को कहते हैं जो कहीं न कहीं कई लोग खुद कर चुके हैं। उम्मीद है कि हम सब भी प्रयास करेंगे।’

लोकहित के मामले में जागरूक है मुरादाबाद
लोकहित के मामले में यहां के लोग काफी सक्रिय हैं। खासतौर पर छोटे-मोटे अपराध, गली मुहल्ले के झगड़े, यातायात नियमों का उल्लंघन के मामलों को लोग तत्काल ट्विटर पर अपडेट कर रहे हैं। पुलिस भी इन शिकायतों को तत्काल संज्ञान लेकर संबंधित अधिकारी को निर्देशित भी कर रही है। छह माह में किसी भी व्यक्ति ने ऐसी कोई शिकायत नहीं की है, जिसमें कहा गया हो कि सोशल मीडिया पर शिकायत करने के बाद भी काम नहीं हुआ।

ट्विटर पर नहीं है एमडीए, विकास विभाग
देश और प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद विभिन्न सरकारी संस्थानों में सोशल मीडिया का क्रेज बढ़ा है। शुरूआती दौरान में जनता से सीधा संबंध रखने वाले सभी विभागों का ट्विटर हैंडल बना था। हालांकि बाद में कई विभागों ने अपना हैंडल ऑपरेट ही नहीं किया। वहीं कुछेक विभागों ने अपना एकाउंट ही बंद कर दिया। फिलहाल यहां के प्रमुख विभागों में एमडीए (मुरादाबाद विकास प्राधिकरण), विकास भवन, श्रम विभाग समेत कई अन्य ट्विटर पर नहीं हैं।

मुख्य विकास अधिकारी का है व्यक्तिगत हैंडल
ग्रामीण क्षेत्र में विकास की रूपरेखा तैयार करने वाले विकास भवन का अपना कोई ट्विटर हैंडल नहीं है, हालांकि विकास भवन के मुखिया व आईएएस अधिकारी आनंद वर्धन अपने व्यक्ति हैंडल के जरिए जनपदवासियों के संपर्क में हैं। अपना हैंडल वह नियमित अपडेट करने के साथ नागरिकों की शिकायतों का निराकरण भी करते हैं। इससे लोग भी खुश हैं।

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