अयोध्या: राम मंदिर आंदोलन के संघर्ष की बनी डाक्यूमेंट्री, रूपहले पर्दे पर दिखाई जाएंगी फिल्म

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अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामजन्मभूमि पर जारी राम मंदिर निर्माण के बीच राम मंदिर आंदोलन के संघर्ष को डाक्यूमेंट्री फिल्म के जरिये रूपहले पर्दे पर दिखाने की तैयारी की जा ही है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डा. अनिल मिश्रा ने शनिवार को बताया कि राम मंदिर आंदोलन के संघर्ष को डाक्यूमेंट्री …

अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामजन्मभूमि पर जारी राम मंदिर निर्माण के बीच राम मंदिर आंदोलन के संघर्ष को डाक्यूमेंट्री फिल्म के जरिये रूपहले पर्दे पर दिखाने की तैयारी की जा ही है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डा. अनिल मिश्रा ने शनिवार को बताया कि राम मंदिर आंदोलन के संघर्ष को डाक्यूमेंट्री फिल्म के जरिये पर्दे पर दिखाने की तैयारी की जा रही है।

इस वृत्त चित्र में 1528 से लेकर राम मंदिर निर्माण की हर एक कड़ी को पेश किया जायेगा। फिल्म का उद्देश्य राम मंदिर आंदोलन के पांच सदी के संघर्ष से युवाओं को परिचित कराने का है। उन्होंने बताया कि प्रसार भारती ने इस वृत्त चित्र का काम शुरू कर दिया है। उसने इसके लिए एक एजेंसी का चयन भी कर लिया है जो डाटा फोटो वीडियो एकत्र करने में जुटी है।

इस बीच राम मंदिर निर्माण समिति एवं श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की शुक्रवार देर शाम हुयी दो दिवसीय बैठक में मंदिर समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र ने निर्माण कार्यों की समीक्षा की और रामजन्मभूमि परिसर के 70 फीसदी भाग में लैंड स्केटिंग समेत परकोटा के निर्माण को लेकर चर्चा की। बैठक में भक्तों के लिए सुविधाएं विकसित करने का काम तेज करने पर सहमति बनी। राम मंदिर निर्माण समिति के सदस्य ने बताया कि राम मंदिर परिसर के आठ एकड़ में बनने वाले परकोटा में चार दरवाजे होंगे और निर्माण का काम नवम्बर से शुरू होने की संभावना है।

ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने बताया “ हमने अयोध्या धाम की विभिन्न योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया है। अयोध्या में जो योजनाएं चल रही हैं, उसमें तीर्थ यात्रियों के लिये उनकी और क्या उपयोगिता हो सकती है। इसको लेकर बैठक में चर्चा हुई। पार्किंग निर्माण के स्थलों को भी देखा गया और भक्तों के लिये शौचालय, पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएं भी वहां विकसित की जायेंगी।”

उन्होंने बताया कि रामजन्मभूमि परिसर में बनने वाले यात्री सुविधा केन्द्र में क्या-क्या सुविधाएं विकसित की जानी हैं उसको लेकर भी राम मंदिर निर्माण समिति पर चर्चा की गयी। ट्रस्ट के सदस्य डा. अनिल मिश्रा ने बताया कि बैठक में परकोटा निर्माण को लेकर राम मंदिर परिसर के आठ एकड़ में बनना है। सामान्य रूप से परकोटे में एक ही प्रवेश द्वार होता है लेकिन आपात स्थिति के लिये तीन दरवाजे और बनाये जायेंगे इसलिए परकोटे में चार प्रवेश द्वार बनवाने का प्रस्ताव है।

डॉ. मिश्रा ने बताया कि परकोटे की डिजाइन फाइनल हो चुकी है लेकिन इस पर मंथन भी हो रहा है। उन्होंने बताया कि परकोटे का निर्माण अक्टूबर-नवम्बर से शुरू हो जायेगा। पश्चिम दिशा में अभी रिटेनिंग वॉल का निर्माण कार्य चल रहा है पूरा होते ही परकोटे का काम होगा।

बैठक में ट्रस्ट के सदस्य विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्र, अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह, आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा, श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंडलीय चम्पत राय, सदस्य डा. अनिल मिश्रा, राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।

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