लखनऊ : 2 जुलाई को ही जेल से छूट चुका है विजय जायसवाल, सर्राफ को धमकी देने में आया है नाम

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लखनऊ, अमृत विचार । कृष्णा नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत आलमबाग स्थित आरके ज्वेलर्स को पांच लाख रुपये रंगदारी के लिए धमकी भरा पत्र भेजे जाने के मामले में नया मोड़ आ गया है। दरअसल पत्र भेजने वाले के नाम पर जेल में बंद जिस अपराधी विजय जायसवाल का जिक्र किया गया है, वह तो गत …

लखनऊ, अमृत विचार । कृष्णा नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत आलमबाग स्थित आरके ज्वेलर्स को पांच लाख रुपये रंगदारी के लिए धमकी भरा पत्र भेजे जाने के मामले में नया मोड़ आ गया है। दरअसल पत्र भेजने वाले के नाम पर जेल में बंद जिस अपराधी विजय जायसवाल का जिक्र किया गया है, वह तो गत दो जुलाई को ही जिला कारागार से रिहा हो चुका है। यह जानकारी मिलने के बाद पुलिस की परेशानी और भी बढ़ गई है।

जेल मुख्यालय को जेल अधीक्षक ने भेजी रिपोर्ट
विदित हो कि गत 22 जुलाई को आलमबाग स्थित आरके ज्वेलर्स के मालिक आकाश गुप्ता को ट्रैकऑन कंपनी से एक कुरियर प्राप्त हुआ। जिसमें एक पत्र और एक कारतूस मिला। पत्र में लिखा हुआ था कि ‘’आजकल बहुत पैसे कमा रहे हो, अब हमें भी देना होगा। जेल में आकर पांच लाख दो। गलती से भी पुलिस को बताया तो औरों की तरह मारे जाओगे। लेटर के साथ गोली भी सैम्पल के रूप में भेज रहा हूं। उम्मीद है इस्तेमाल नहीं करनी पड़ेगी।’ पत्र भेजने वाले ने अपना नाम जिला जेल में बंद अपराधी विजय जायसवाल लिखा था। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद लखनऊ कमिश्नरेट ने जेल मुख्यालय से इस संबंध में जानकारी मांगी।

वहीं जेल मुख्यालय से इस आशय लखनऊ जिला कारा अधीक्षक आशीष तिवारी से लिखित विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई थी। रिपोर्ट का जवाब देते हुए जेल अधीक्षक ने बताया कि विजय जायसवाल को जिला कारा से गत 02 जुलाई को ही रिहा किया जा चुका है, जबकि आरके ज्वेलर्स को 19 जुलाई को कुरियर भेजे जाने और 22 जुलाई को प्राप्त होने की बताई गई है। ऐसे में स्पष्ट है कि जेल परिसर से किसी भी का कोई भी कुरियर नहीं भेजा गया, ना ही वर्तमान में विजय जायसवाल जेल में बंद है।

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