कंधे पर हाथ, बेशुमार प्यार-दुलार… माता अमृतानंदमयी से बड़ा गहरा है PM मोदी का नाता
फरीदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को फरीदाबाद (हरियाणा) में अमृता सुपर-स्पेशियैलिटी अस्पताल का उद्घाटन किया। केंद्र अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं और 2,600 बिस्तरों वाला यह अस्पताल एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा निजी अस्पताल है। माता अमृतानंदमयी मठ द्वारा संचालित यह अस्पताल लगभग ₹6,000 करोड़ में बना है। जैसे कोई बेटा बरसों बाद अपनी मां से …
फरीदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को फरीदाबाद (हरियाणा) में अमृता सुपर-स्पेशियैलिटी अस्पताल का उद्घाटन किया। केंद्र अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं और 2,600 बिस्तरों वाला यह अस्पताल एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा निजी अस्पताल है। माता अमृतानंदमयी मठ द्वारा संचालित यह अस्पताल लगभग ₹6,000 करोड़ में बना है।
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जैसे कोई बेटा बरसों बाद अपनी मां से मिले
पीएम मोदी बुधवार को माता अमृतानंदमयी की ओर से फरीदाबाद में बनवाए गए देश के सबसे बड़े अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे थे। दोनों ऐसे मिले जैसे कोई बेटा बरसों बाद अपनी मां से मिलने आता है।
Doctors are bridges between man and God. Therefore, a good doctor should be as ready to place his faith in the wondrous ability of God as he is in the ability of modern medicine and the latest scientific inventions.
(inaug of @AmritaHospitals ) @PMOIndia @narendramodi pic.twitter.com/HCvWX7i5m5
— Mata Amritanandamayi (@Amritanandamayi) August 24, 2022
पीएम मोदी जैसे ही अस्पताल में दाखिल हुए, माता अमृतानंदमयी उनके स्वागत को खड़ी थीं। मोदी ने झुककर आशीर्वाद लिया तो माता अमृतानंदमयी ने उन्हें कंधे से उठाया और फिर हाथ माथे से लगा लिया।
Glimpses from Faridabad, where the Amrita Hospital has been inaugurated. @Amritanandamayi pic.twitter.com/LtwTXpS4hN
— Narendra Modi (@narendramodi) August 24, 2022
जब दीप प्रज्ज्वलन की बारी आई तो पीएम ने माता अमृतानंदमयी से आग्रह किया वे दीप जलाएं। माता अमृतानंदमयी ने मुस्कुराते हुए इनकार में सिर हिलाया और ज्योति मोदी के हाथ में पकड़ा दी।
As far as the patient is concerned, doctors are God’s visible form because they are the ones who are able to give the patient some relief when they are in pain.
(inaug of @AmritaHospitals )@PMOIndia @narendramodi pic.twitter.com/jHQy1jbpJm
— Mata Amritanandamayi (@Amritanandamayi) August 24, 2022
‘अमृता’ अस्पताल के उद्घाटन समारोह में मोदी जब मंच पर पहुंचे तो एक बार फिर माता अमृतानंदमयी के पैर छुए। माता अमृतानंदमयी ने चरणों में झुके मोदी को चूमकर आशीर्वाद दिया।
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कौन हैं माता अमृतानंदमयी देवी?
माता अमृतानंदमयी देवी को विश्वभर में ‘अम्मा’ के नाम से जाना जाता है। उन्हें उनके अनुयायी अम्मा के साथ ही अम्माची और मां के नाम से भी जानते हैं. अम्मा के अनुयायी सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्वभर में हैं। अम्मा को उनके मठ की ओर से किए गए सामाजिक कार्य जैसे स्कूल खुलवाना, अस्पताल बनवाना आदि की वजह से जाना जाता है। साथ ही उन्होंने गले लगने वाली मां के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि वो अपने सभी अनुयायियों को गले लगाती हैं। अगर वो कहीं प्रोग्राम कर रही हैं तो वहां मौजूद सभी भक्तों या अनुयायियों को अम्मा गले लगाती हैं।
अम्मा की पहचान विश्व में अपने निस्वार्थ प्रेम और करुणा के लिए है। उनके अनुयायियों का मानना है कि उन्होंने अपना जीवन गरीबों और पीड़ितों की सेवा व जन साधारण के आध्यात्मिक उद्धार के लिये समर्पित कर दिया है। अम्मा का जन्म केरल के पश्चिमी समुद्र तट पर स्थित आलप्पाड ग्राम में एक सामान्य परिवार में हुआ था। जब अम्मा 5 साल की थीं, जब से उन्होंने कृष्ण भक्ति में समय देना शुरू कर दिया था। उनका नाम सुधामणि था. इसके बाद वो धीरे-धीरे प्रकृति के साथ भगवान में लीन हो गईं।
यही है भारतीय संस्कार,
यही है भारतीय परंपरा।माननीय पीएम श्री @narendramodi जी ने अपने चप्पल उतारकर माता अमृतानंदमयी “अम्मा” जी का सम्मान किया। pic.twitter.com/uq4DkkS71J
— Jitendra Lal (@Jitulaljamnagar) August 24, 2022
करोड़ों लोगों को गले लगाया है
फिर कुछ लोगों ने उन्हें श्री माता अमृतानंदमयी देवी नाम दिया। इसके बाद धीरे धीरे उनके अनुयायी बढ़ते गए और आज यूरोप, अमेरिका, कैनेडा,जापान, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया में उनके अनुयायी हैं, जहां अम्मा जाती हैं और अपने अनुयायियों को गले लगाती हैं। 1987 में अम्मा पहली बार विदेश गई थीं। अब अम्मा भारत के अलावा अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, जापान, श्रीलंका, सिंगापुर, मलेशिया, कॅनाडा, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका भी जाती हैं।
May everyone have good health. May no one forget the power of God. May everyone love and serve their fellow beings and protect nature to the best of their ability. May everyone in the world be happy and peaceful. Oṁ lokaḥ samastāḥ sukhino bhavantu. – ( @AmritaHospitals inaug) pic.twitter.com/hVgvsUkAG0
— Mata Amritanandamayi (@Amritanandamayi) August 24, 2022
संयुक्त राष्ट्रसंघ में कई बार तथा विश्व धर्म संसद में दो बार भाषण दे चुकी हैं। कहा जाता है कि अम्मा ने अब तक करीब साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा लोगों को गले लगा कर आशीर्वाद दिया है। अम्मा अपने हर कार्यक्रम में आए हुए हर व्यक्ति को गले लगाती हैं।
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सामाजिक कार्य की वजह से प्रतिष्ठा
अम्मा के आश्रम में 3000 से ज्यादा लोग रहते हैं. अम्मा की संस्था ने 1998 से अब तक करीब 230 करोड़ रुपये की फ्री स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई हैं. हजारों लोगों के लिए घर की व्यवस्था की है। अम्मा और उनका मठ आश्रम अनाथालय, वृद्धाश्रम, स्कूल व कॉलेज, पर्यावरण संरक्षण योजना, रोज़गार प्रशिक्षण, साक्षरता अभियान पर काम कर रहा है। उनकी बेंगलौर, कोयम्बूटर में अमृता कॉलेज भी हैं, जो एनआईआरएफ रैंकिंग में भी काफी ऊपर रहती हैं।
पीएम मोदी भी बताते हैं भक्त
बता दें कि पहले भी पीएम मोदी अम्मा से मिल चुके हैं और उन्होंने खुद को ‘अम्मा का बड़ा भक्त’ बताया था। साल 2013 में अम्मा के 60वें जन्मदिन पर पीएम मोदी ने अम्मा के साथ मंच साझा किया था।
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