डेंगू मरीजों की इलाज में लापरवाही बर्दाश्त नहीं, उप मुख्यमंत्री ने शुरू की निगरानी, कंट्रोल रूम का किया निरीक्षण

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अमृत विचार लखनऊ। उत्तर प्रदेश में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। राजधानी सहित करीब 16 जिले इससे अधिक प्रभावित हैं। ऐसे में हर जिले के जिलाधिकारी और मंडल स्तर पर मंडलायुक्तों को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अहम दिशा निर्देश जारी किए हैं, साथ ही कहा डेंगू मरीज के इलाज में यदि …

अमृत विचार लखनऊ। उत्तर प्रदेश में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। राजधानी सहित करीब 16 जिले इससे अधिक प्रभावित हैं। ऐसे में हर जिले के जिलाधिकारी और मंडल स्तर पर मंडलायुक्तों को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अहम दिशा निर्देश जारी किए हैं, साथ ही कहा डेंगू मरीज के इलाज में यदि लापरवाही हुई तो बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उप मुख्यमंत्री सोमवार को राजधानी के स्वास्थ्य भवन में स्थापित डेंगू कन्ट्रोल रूम का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रदेश के समस्त चिकित्सक सतर्क रहें एवं अस्पतालों में व्यवस्था चाकचौबंद रहे। अस्पतालों में आने वाले डेंगू मरीजों के परीक्षण एवं उपचार में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सरकारी चिकित्सालयों में डेंगू के उपचार की पर्याप्त व्यवस्था है। प्रदेश के समस्त चिकित्सालयों में डेंगू के उपचार हेतु आवश्यक दवाएं, रक्त उत्पाद एवं संसाधन उपलब्ध है।

वर्तमान में किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं- उप मुख्यमंत्री
उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने इस दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि मौजूदा समय में डेंगू मरीज भले ही बढ़ रहे हैं, लेकिन किसी को भी पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राज्य स्तर पर दो कन्ट्रोल रूम 24 घंटे क्रियाशील है। किसी प्रकार की समस्या होने पर राज्य स्तर पर क्रियाशील कंट्रोल रूम नंबर 18001805145 एवं 104 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के समस्त जनपदों में कन्ट्रोलरूम स्थापित एवं क्रियाशील है।

2021 में हुई थी प्रदेश में 29 की मौत
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2021 में डेंगू के कुल 29750 केस पाये गये थे तथा डेंगू रोग से कुल 29 दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हुई थी। वर्तमान वर्ष 2022 में दिनांक 6 नवम्बर तक प्रदेश में कुल 8968 रोगी सूचित हुये हैं, जिनमें से 10 रोगियों की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हुई है, जबकि विगत वर्ष 2021 में 6 नवम्बर तक प्रदेश कुल 25353 रोगी सूचित हुये थे, जिनमें से 25 रोगियों की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हुई थी।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में डेंगू रोग के नियंत्रण, रोकथाम एवं उपचार हेतु सरकार द्वारा गंभीरता के साथ प्रयास किए जा रहे हैं।

आवश्यकता अनुसार इस तरह डेंगू मरीजों के लिए आराक्षित हैं बेड्स
– ब्लॉक स्तरीय चिकित्सा इकाईयों पर 4260 बेड्स
– जनपद स्तरीय चिकित्सा इकाईयों पर 3380 बेड्स
– प्रयागराज में 559 बेड्
– लखनऊ में 283 बेड्स,
– अयोध्या में 178 बेड्स
– गाजियाबाद में 240 बेड्स
– बदायूं में 95 बेड्स

प्लेटलेट्स की उपलब्धता 329 ब्लड बैंकों पर उपलब्ध
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के चिकित्सालयों में प्रदेश में डेंगू रोगियों को आवश्यकतानुसार प्लेटलेट्स की उपलब्धता हेतु कुल 329 ब्लड बैंक क्रियाशील हैं। इनमें सरकारी क्षेत्र के 52 ब्लड बैंक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधीन 28 तथा चिकित्सा शिक्षा के अधीन 22 व सेना के अधीन 2 ब्लड बैंक क्रियाशील है। इसके अलावा निजी क्षेत्र के अंतर्गत 277 ब्लड बैंक क्रियाशील है। प्रदेश के समस्त जनपदों में डेंगू रोगियों के उपचार हेतु समस्त आवश्यक औषधियां एवं फ्लूईड्स प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं तथा समस्त आवश्यक उपकरण क्रियाशील है।

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