बरेली: संविदाकर्मी के परिजनों पर मुकदमा वापस लेने का बना रहे दबाव
कुछ कर्मचारी कर रहे फोन, ढाई लाख रुपये की पेशकश, चौकी चौराहे के पास करंट लगने से हुई थी संविदाकर्मी की मौत, अधीक्षण अभियंता समेत पांच अधिकारियों पर दर्ज की गई थी रिपोर्ट
बरेली, अमृत विचार। मृतक संविदा बिजली कर्मी के परिजनों ने कुछ कर्मियों पर फोन कर मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है। वहीं, प्रकरण में जांच कमेटी को बदला जा सकता है। बिथरी चैनुपर क्षेत्र के गोपालपुर नगरिया निवासी कैलाश सिविल लाइंस उपकेंद्र पर संविदा कर्मचारी के पद पर तैनात थे। सोमवार को वह चौकी चौराहे के पास पोल से तार हो हटा रहे थे।
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आरोप है कि शटडाउन के दौरान सप्लाई चालू कर दी गई थी। करंट लगने पर वह पोल से नीचे आ गिरे थे। हादसे में उनकी मौत हो गई थी। आरोप है कि हादसे के बाद मौके से विभाग के अधिकारी चले गए थे। मामले में अफसरों पर लापरवाही का आरोप लगाया गया था।
कोतवाली पुलिस ने कैलाश के भाई की तहरीर पर अधीक्षण अभियंता विकास सिंघल, अधिशासी अभियंता आरके पांडेय, एसडीओ विजय कुमार कनौजिया, एसडीओ संजीव कुमार गुप्ता व जेई विधेश सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली थी।
हादसे के बाद संविदा कर्मचारी के परिजनों को विभाग की तरफ से पांच लाख रुपये मुआवजे के रूप में दिए गए थे। अब कैलाश के परिजनों का आरोप है कि बिजली विभाग के कुछ कर्मचारी उन्हें फोन कर दर्ज मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। इसके एवज में ढाई लाख रुपये देने की बात कह रहे हैं।
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