वक्फ बोर्ड की मांग: ध्वस्त होने से बचायी जायें रामपथ की मस्जिदें व मजार

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Published By Ankit Yadav
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शिया वक्फ बोर्ड चेयरमैन ने डीएम अयोध्या को भेजा पत्र

अमृत विचार, अयोध्या। सआदतगंज से नयाघाट तक प्रस्तावित फोर लेन रामपथ पर चौड़ीकरण के लिए मकानों और दुकानों के ध्वस्तीकरण के बीच उप्र शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने रामपथ पर स्थित मस्जिदों व मजारों को ध्वस्त होने से बचाने व उन्हें संरक्षित किये जाने के लिए पत्र भेजा है। शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी की ओर से जिलाधिकारी और अपर सर्वे आयुक्त वक्फ अयोध्या को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि चौड़ीकरण के लिए रामपथ पर स्थित मस्जिदों व मजारों को जिला प्रशासन की ओर से चिन्हित कर लाल निशान लगाया गया है। रामपथ पर गुदड़ी बाजार चौराहा के निकट सबसे ऐतिहासिक और विशाल मस्जिद खजूर स्थित है। 

चेयरमैन ने वक्फ मस्जिद खजूर वाली पंजीयन संख्या 1-856 के मुतवल्ली सैयद परवेज हुसैन की ओर से प्राप्त पत्र को संज्ञान मे लेते हुए जिलाधिकारी को भेजे गये पत्र में कहा है कि अयोध्या नगर में सड़क चौड़ीकरण यदि जनहित में आवश्यक है तो इन वक्फ सम्पत्तियों का अधिग्रहण वक्फ अधिनियम 1995 की धारा 51 तथा 91 में निहित व्यवस्था के अनुसार ही करते हुए इस सम्बन्ध में कृत कार्यवाही के बारे में उन्हें भी सूचित किया जाये। 

रामपथ पर 14 मस्जिद व मजार और 17 मंदिर स्थित

मालूम हो कि सआदतगंज से नयाघाट तक 13 कि.मी. रामपथ पर सड़क को 30 से 40 मीटर तक चौड़ा किया जाना है। चौड़ीकरण के लिए सड़क के दोनों ओर मकानों व दुकानों को चिन्हित कर तोड़ने की प्रक्रिया चल रही है। पीडब्ल्यूडी से मिली जानकारी के अनुसार रामपथ पर 14 मस्जिद, मजार और 17 मंदिर भी प्रभावित हो रहे हैं। सड़क चौड़ीकरण के लिए जिला प्रशासन की ओर से इन धार्मिक स्थलों को हटाया जायेगा या किसी अन्य स्थल पर शिफ्ट किया जायेगा, इस बारे में जिला प्रशासन की ओर से अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

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