रुद्रपुर/गदरपुरः पुलिस का निलंबित सिपाही निकला अपहरण का मास्टरमाइंड 

रुद्रपुर/गदरपुरः पुलिस का निलंबित सिपाही निकला अपहरण का मास्टरमाइंड 

रुद्रपुर/गदरपुर, अमृत विचार। मंगलवार को गांव सूरजपुर से हुए युवक नूर अली का अपहरण और फिरौती प्रकरण का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। अपहरण और फिरौती का मास्टर माइंड उत्तराखंड पुलिस का जवान निकला। जिसने दरोगा के बेटे व अपने साथियों के साथ मिलकर अपहरण की योजना बनाई। बताया कि आरोपी सिपाही पांच माह से ड्यूटी से गैर हाजिर चल रहा था। जिसके आधार पर एसएसपी ने उसे सस्पेंड कर दिया था। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। साथ ही पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से हजारों की नकदी और कार भी बरामद की है।


बुधवार को सनसनीखेज किडनैपिंग प्रकरण का खुलासा करते हुए एसएसपी मंजूनाथ टीसी, एसपी सिटी मनोज कत्याल और एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोड़के ने बताया कि 17 जनवरी की दोपहर को नादिर अली निवासी करतापुर रोड़ गदरपुर ने कोतवाली पुलिस को बताया कि उसके पास संदीप पाटनी नाम के एक युवक का कॉल आया था। जोकि अपने को पुलिसकर्मी बता रहा था। आरोप था कि सिपाही ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसके भाई नूर अली को किडनैप कर लिया है और स्मैक में जेल भेजने की धमकी देते हुए पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी जा रही है। गरीबी का हवाला देने के बाद अपहृत के भाई ने किडनैपरों को पचास हजार में मना लिया। जिसके बाद अपहरण कर्ताओं ने उसे काशीपुर हाईवे कोतवाली रुद्रपुर के फ्लाईओवर के नीचे बुलाया और 50 हजार रुपये लेकर उसके भाई को छोड़ दिया। जैसे ही युवक को अपहरणकर्ताओं ने छोड़ा। वैसे ही नूर अली और नादिर अली ने शोर मचाकर नेपाल सिंह निवासी राजा कॉलोनी ट्रांजिट कैंप और राज चौधरी चांदमारी आदर्श कॉलोनी काठगोदाम हल्द्वानी को लोगों की मदद से पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।

मामले की जानकारी मिलते ही एसएसपी के आदेश पर तत्काल दो टीमों का गठन कर सर्विलांस के माध्यम से सिपाही संदीप पाटनी निवासी गांव पाटन थाना लोहाघाट चंपावत, सुमित धौनी निवासी आरआर क्वार्टर सुभाष कॉलोनी, विजय सिंह नेगी निवासी केवीएम स्कूल हीरानगर हल्द्वानी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में संदीप पुलिस लाइन में तैनात निलंबित सिपाही निकला। वहीं, विजय सिंह नेगी के पिता को हल्द्वानी स्थित एक चौकी में दरोगा होना बताया गया। पुलिस ने सभी के विरुद्ध किडनैपिंग व फिरौती का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। आरोपियों के कब्जे से 32 हजार रुपये, दो मोबाइल व एक ऑल्टो कार बरामद कर ली है।

तबादला होने के बाद चल रहा था गैरहाजिर
रुद्रपुर। वर्ष 2006 में उत्तराखंड पुलिस के आरक्षी पद पर भर्ती हुआ संदीप अल्मोड़ा के थाने में तैनात था। जून माह में बनी गश्ती के बाद उसका तबादला ऊधमसिंह नगर जिले में हो गया था। जिसके बाद से उसने एक माह तक पुलिस लाइन में ड्यूटी की और सितंबर माह में अवकाश लेकर अपनी रवानगी करवाई। उसके बाद से ही आरोपी सिपाही लगातार गैरहाजिर चल रहा था। बताया जा रहा है कि एक माह की ड्यूटी के दौरान ही उसकी तैनाती रुद्रपुर कोतवाली कर दी गई थी। लेकिन, लगातार नोटिस भेजने और उसका जवाब नहीं देने पर एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने ग्राम पाटन लोहाघाट चंपावत के संदीप पाटनी सिपाही को सस्पेंड कर विभागीय जांच प्रारंभ करवा दी थी।  

सुबह किया किडनैप, लगवाते रहे भाई को चक्कर
रुद्रपुर। गदरपुर के सूरजपुर से नूर अली को किडनैप करने के बाद अपहरणकर्ता निलंबित सिपाही व उसका गैंग पीड़ित के भाई को गदरपुर से रुद्रपुर तक के चक्कर कटवाते रहे। नादिर अली का कहना था कि उसके भाई को सिपाही संदीप व उसके साथियों ने सूरजपुर गांव से बाइक पर लात मारकर अपनी कार संख्या यूके 06 एएफ8925 में जबरन उठाकर गदरपुर की ओर ले गए। उसके एक घंटे तक वह उसके भाई को डराते और धमकाते रहे। जिसके बाद किडनैपरों ने उसे कॉल की और पहले सूरजपुर गांव बुलाया, फिर कॉल कर उसे रुद्रपुर रोड स्थित काशीपुर फ्लाई ओवर बुलाया। लेकिन, वह नहीं आए। केवल बाइक सवार संदिग्धों को रेकी करने के लिए भेजते रहे। शाम करीब साढ़े छह बजे के करीब अपहरणकर्ताओं को जब संतुष्टि हुई। तब जाकर सिपाही संदीप अपने गैंग के साथ आया और रकम लेकर फरार हो गया। लेकिन, उसने अपने दोनों साथियों को बाइक पर भाई को बिठाकर भेजा। जिसके बाद दोनों साथी पकड़े गए।