पांच दिन पहले ही सेवादार लेकर गए थे कार, कहीं पीलीभीत से पंजाब तो नहीं पहुंचा अमृतपाल!

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Published By Moazzam Beg
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पीलीभीत/अमरिया, अमृत विचार। पंजाब सरकार द्वारा भगोड़ा घोषित किए गए अमृतपाल का नेपाल सीमा से सटे जनपद पीलीभीत से कनेक्शन जुड़ने की चर्चाएं एक दिन पहले फगबाड़ा क्षेत्र से स्कार्पियो कार बरामद होने के बाद और तेज हो गई हैं। बरामद कार जनपद के अमरिया क्षेत्र के बड़ेपुरा गुरुद्वारा के जत्थेदार मोहन सिंह के नाम पर पंजीकृत होने और उसी में सवार होकर अमृत पाल के पंजाब तक पहुंचने की बात सामने आने के बाद हलचल बढ़ गई है। अभी भले पंजाब पुलिस न आई हो लेकिन कार को लेकर पड़ताल चल रही है। 

वहीं, कार को लेकर जत्थेदार मोहन सिंह ने भी तमाम बिंदुओं पर तस्वीर साफ कर दी है। उनकी मानें तो कार सेवा में इस्तेमाल हो रही थी और पूरनपुर क्षेत्र के मोहनापुर गुरुद्वारे के सेवादार जोगा सिंह इसे लेकर पांच दिन पहले ही पंजाब के लिए निकले थे। अब सवाल यह है कि अमृतपाल पूरनपुर से ही सवार होकर तो सेवादार जोगा सिंह के साथ तो नहीं गया? दोनों के बीच आपसी कनेक्शन को लेकर भी जत्थेदार अनभिज्ञता जता रहे हैं। 

यह गाड़ी चार-पांच माह से मोहनापुर डेरे में थी। जिसे जोगा सिंह सेवा में चला रहे थे। जोगा सिंह पंजाब जाने को कहकर गए थे। बाकी कुछ नहीं बताया था। अब पता नहीं वह कहां हैं और कैसे हैं। इस तरह की कई गाड़ियां हमारे नाम पर है। सभी धर्मों का हम सम्मान करते हैं, 24 घंटे सभी के लिए दरवाजे लंगर के लिए खुले हैं। पंजाब पुलिस ने अभी कोई संपर्क नहीं किया है। अमृतपाल से किसी तरह का कोई संपर्क न रहा, न ही है।- मोहन सिंह, जत्थेदार।

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