भगवान श्रीराम देश की संस्कृति के प्रतीक : लल्लू सिंह
कुमारगंज, अयोध्या। भगवान श्रीराम देश की संस्कृति के प्रतीक हैं और जन-जन के हृदय में बसे हुए हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने पुत्र, पिता, भाई और राजा के रूप में एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। राम और अयोध्या भारत की आत्मा हैं।
अयोध्या, राम और भारत तीनों एक-दूसरे में समाए हुए हैं। यह बातें रविवार को आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, दिल्ली के तत्वावधान में आयोजित अयोध्या की निरंतरता विषय पर संगोष्ठी के दौरान सांसद लल्लू सिंह ने बतौर मुख्यअतिथि कही।
कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने कहा कि अयोध्या की पवित्र धरती पर जो कदम रखता है उनके अंदर श्रीराम की आत्मा अपने आप समाहित हो जाती है। इंदिरा गांधी कला केंद्र के प्रो. अरुण कुमार भारद्वाज ने कहा कि विश्व के पटल पर अयोध्या की एक अलग पहचान है।
संपदा संभाग, दिल्ली के विभागाध्यक्ष प्रो. के. अनिल कुमार, प्रो. अचल पांडेय, डॉ एम.किशन, डॉ अभिजीत दीक्षित और अंतरा शर्मा ने भी व्याख्यान दिए। डॉ पौलमी दास गुप्ता ने गायन प्रस्तुत किया। डॉ साधना सिंह ने मोटे अनाज के मूल्य संवर्धित उत्पादों और डॉ आर.के आनंद ने पोषण सुरक्षा हेतु मोटे अनाजों की खेती के बारे में जानकारी दी। छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ डी.के द्विवेदी के संयोजन में हुआ।
अयोध्या की संस्कृति व सभ्यता से रूबरू होगें किसान
आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, दिल्ली के बीच एक एमओयू हुआ। कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह व इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, दिल्ली की तरफ से प्रो. अरुण कुमार भारद्वाज ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस एमओयू के तहत कृषि विवि गांव-गांव में किसानों के पास जाकर अयोध्या की संस्कृति और सभ्यता के बारे में जागरूक करने का काम करेगा।
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