अतीक हत्याकांड: एसआईटी के हत्थे चढ़े लवलेश तिवारी के तीन दोस्त, बांदा रेलवे स्टेशन से लिया हिरासत में
बांदा, अमृत विचार। अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ हत्याकांड के आरोपी लवलेश तिवारी के तीन दोस्तों को एसआईटी की टीम ने बांदा रेलवे स्टेशन से हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है लवलेश समेत तीनों हत्यारोपियों को इन्हीं तीन दोस्तों ने पत्रकार बनकर अतीक व अशरफ की हत्या करने की फूल ट्रेनिंग दी थी।
शनिवार रात प्रयागराज में माफिया डॉन उसके भाई अशरफ की पुलिस अभिरक्षा में अस्पताल के बाहर ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए हत्या कर दी गई थी। हत्या करने वालों में एक युवक लवलेश तिवारी बांदा जनपद के थाना चिल्ला अंतर्गत अमलोर गांव का निवासी है। बीते एक दशक से उसका परिवार शहर के क्योटरा मोहल्ले में एक अधिवक्ता के यहां किराए पर रह रहा था।
पड़ोसियों ने मीडिया को बताया था कि लवलेश तिवारी कम उम्र में ही बुरी संगत में पड़ गया था और वह किसी बड़े डॉन को मारकर उससे भी बड़ा डॉन बनना चाहता था। सूत्रों के मुताबिक फर्जी माईक आईडी भी बांदा से उपलब्ध करायी गयी थी। प्रतापगढ़ जेल में पूछताछ के दौरान लवलेश तिवारी ने एसआईटी की टीम के आगे जो कुछ कबूला, उसके आधार पर आज दोपहर एसआईटी की टीम ने बांदा रेलवे स्टेशन से लवलेश तिवारी के तीन दोस्तों को हिरासत में ले लिया है। टीम ने उनके नाम बताने से इनकार किया है।
जांच में यह बात भी निकलकर सामने आई है कि लवलेश तिवारी के साथ ही हत्यारोपी अरुण मौर्या और सनी सिंह को पत्रकारिता की ट्रेनिंग इन्हीं तीनों दोस्तों ने दी थी। पुलिस किसी भी तरह की पुष्टि से अपने आप को अलग कर रही है। बताया यह भी जा रहा है कि आरोपी लवलेश तिवारी की हत्याकांड से पहले तमाम और लड़कों से फोन पर बातचीत होती थी। एसआईटी की टीम उनकी भी कुंडली खंगाल रही है।
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