लखनऊ: शहर के मुख्य स्थान के रूप में विकसित होगा पूर्वोत्तर रेलवे का ऐशबाग स्टेशन
लखनऊ/अमृत विचार। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल का ऐशबाग स्टेशन शहर के मुख्य स्थान के रूप में विकसित किया जायेगा । अमृत भारत योजना के तहत स्टेशन पर लगभग 20 करोड़ की लागत से नयी सुविधाओं के साथ ही पुरानी सुविधाओं को भी अपग्रेड किया जायेगा, जिसके लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा चुका है इसी लक्ष्य के साथ चरणबद्ध तरीके से लागू किया जायेगा।
पूर्वोत्तर रेलवे के डीआरएम आदित्य कुमार के मुताबिक कार्य योजना के तहत ऐशबाग स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार, द्वितीय प्रवेश द्वार के सरकुलेटिंग एरिया के विकास और स्थानीय कला संस्कृति को शामिल करते हुए स्टेशन का सौंदर्यीकरण, ’’प्लेटफार्म सरफेस’’ का अपग्रेडेशन, ’स्टेशन फसाड’ व स्टेशन परिसर में उन्नत लाईटिंग, कोच गाइडेंस सिस्टम, ट्रेन डिस्पले बोर्ड, डिजिटल घड़ियां, यात्री उदघोषणा प्रणाली, सोलर प्लांट, वाटर कूलर, एयर कंडीशनर के साथ विभिन्न यात्री सुविधाओं से संबंधित सुविधाओं से संबंधित ग्लोसाइन बोर्ड (साइनएज), एलईडी स्टेशन नाम पट्टिकाओं,स्टेशन पर स्थित शौचालयों का आधुनिकीकरण का कार्य सम्पन्न किए जायेगें। इन सभी कार्यो का टेंडर किया जा चुका है।
राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय पर्यटकों, रेल यात्रियों के लिए, लखनऊ शहर में पर्यटन के दृष्टिगत ऐशबाग स्टेशन से नजदीक एतिहासिक इमारतें मौजूद है, जो अपनी वास्तुकला के लिए काफी प्रसिद्ध हे । जिसमे बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, छतरपुर मंजिल, घंटाघर, रेजिडेंसी प्रमुख है। डीआरएम ने बताया कि वर्तमान में ऐशबाग स्टेशन जंक्शन से प्रतिदिन 21 जोड़ी मेल,एक्सप्रेस, 1 जोड़ी सवारी गाड़ी गुजरती है 1 जोड़ी इन्टरसिटी एक्सप्रेस ओरिजिनेट व टर्मिनेट होती है।
ऐशबाग स्टेशन पर सिकन्दराबाद, बैंगलुरू, चेन्नई, त्रिवेंद्रम, नई दिल्ली, मुम्बई, जयपुर, पटना, अमृतसर, गोरखपुर,प्रमुख शहरों के लिए मेल,एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव होता है। ऐशबाग स्टेशन से लगभग 2000 रेल यात्री प्रतिदिन सफर करते है। रेल यात्रियों को सुखद यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए आवश्यकताओं का भी विशेष ध्यान रखा गया है।
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