Sex Championship: विश्व में पहली बार इस देश में होने जा रहा सेक्स कॉम्पिटिशन, जानें क्या है नियम और शर्तें

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Published By Deepak Mishra
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विश्व में आपने कई प्रकार के कॉम्पिटिशन के बारे में सुना होगा, लेकिन आज हम एक अलग कॉम्पिटिशन के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिसके आप न तो अभी तक सुना होगा और न ही देखा होगा। यह हैरान करने वाला प्रतियोगिता स्वीडन में आयोजित होने जा रही है। दरसअसल स्वीडन में एक सेक्स प्रतियोगिता का 8 जून से आयोजन होने जा रहा है। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्वीडिश सेक्स फेडरेशन की तरफ से 8 जून 2023 से यूरोपियन सेक्स चैंपियनशिप की शुरुआत होने जा रही है। कई हफ्तों तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में अलग-अलग यूरोपीय देशों के 20 प्रतिभागियों ने आवेदन किया है। रिपोर्ट के मुताबित स्वीडन ने हाल ही में सेक्स को एक खेल के रूप में रजिस्टर किया है।  

बता दें जहां एक कुछ देश सेक्स बारे में खुल बात नहीं करते तो वहीं स्वीडन में होने जा रही सेक्स प्रतियोगिता को लेकर लोग हैरान और परेशान हैं। दरअसल स्वीडन दुनिया का पहला ऐसा देश बना है जिसने सेक्स को एक खेल रूप में पहचान दी है। 

कई हफ्तों तक चलने वाली इस चैंपियनशिप में प्रतिभागियों को हर दिन छह घंटे तक प्रतिस्पर्धा करनी होगी। प्रतिभागियों के पास 45 मिनट का टाइम होगा जिससे की वह मैच के लिए खुद को तैयार कर सके। इस चैंपियनशिप के लिए प्रतिभागियों में भी काफी उत्साह है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूरोपीय सेक्स चैंपियनशिप के विजेताओं का निर्धारण जजों और दर्शकों की रेटिंग के अनुसार किया जाएगा। सेक्स चैंपियनशिप में कुल 16 प्रतियोगिताएं होगी। इसमें Seduction, ओरल सेक्स, पेनिट्रेशन, मसाज, अपीयरेंस, मोस्ट एक्टिव कपल चीजें शामिल होगी।

जानें क्या है चैंपियनशिप का नियम:-
यूरोपियन सेक्स चैंपियनशिप में कुल 16 प्रतियोगिताएं होगी। इसमें Seduction, ओरल सेक्स, पेनिट्रेशन, मसाज, अपीयरेंस, मोस्ट एक्टिव कपल जैसी चीजें शामिल होंगी। वहीं हर खेल में कौन विनर होगा इसका फैसला जज और ऑडियंस के वोट से तय होगा। इस दौरान 30 प्रतिशत वोट जजों का जबकि 70 प्रतिशत वोट दर्शकों का होगा। इन दोनों के वोट के आधार पर मूल्यांकन कर विजेता घोषित किया जाएगा।

वहीं स्वीडिश फेडरेशन ऑफ सेक्स के प्रेसीडेंट ड्रैगन ब्राटिक का कहना है कि सेक्स को एक खेल के रूप में मान्यता देने से लोगों के बीच मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बढावा मिलेगा। इसके अलावा समाज में टैबू माना जाने वाला सेक्स के प्रति लोगों के विचारों में भी उदारता आएगी।

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