Kanpur Dehat: कमेटी विवाद में हरिदेव मंदिर में लगाया ताला, गुरु पूर्णिमा पर पहुंचे श्रद्धालुओं ने किया हंगामा

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
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कानपुर देहात में कमेटी विवाद में हरिदेव मंदिर में लगाया ताला।

कानपुर देहात में कमेटी विवाद में हरिदेव मंदिर में ताला लगाया। इस पर गुरु पूर्णिमा पर पहुंचे श्रद्धालु ताला लगा देखकर आक्रोशित लोगों ने हंगामा किया।

कानपुर देहात, अमृत विचार। बुधौली गांव स्थित प्राचीन हरिदेव मंदिर में कमेटी विवाद को लेकर एक पक्ष के लोगों ने रविवार शाम ताला लगा दिया। सोमवार को गुरु पूर्णिमा पर मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचे भक्तों ने गेट पर ताला लगा देख हंगामा किया। सूचना पर पहुंची एसडीएम, तहसीलदार व पुलिस बल ने लोगों को समझाकर मंदिर का ताला खुलवाया। जिसके बाद भक्तों ने पूजा अर्चना की। 

सिकंदरा थाना क्षेत्र के बुधौली गाँव में सैकड़ों वर्ष पुराना श्री हरिदेव जी महाराज का मंदिर है। जिसकी गांव के विजय कृष्ण गोस्वामी के पूर्वज पीढ़ी दर पीढ़ी देखभाल करते आ रहे हैं। वर्ष 2007 में विजय गोस्वामी ने मंदिर की चाबी व सोने के आभूषण गांव के रमाकांत कटियार को लिखित रूप से सौंप दी। इसके बाद से गांव के रमाकांत कटियार मंदिर की देखरेख करने लगे।

उनकी मौत के बाद पुत्र इंद्र प्रकाश कटियार की देखरेख में पूजा अर्चना होने लगी। वर्ष 2010 में मथुरा वृंदावन से आए संदीप कपूर ने मंदिर का जीर्णाेंद्धार कराया और कुछ ग्रामीणों के साथ मिलकर मंदिर के नाम ट्रस्ट बनाया। साथ ही गांव के अश्वनी दुबे को बतौर पुजारी नियुक्त कर दिया। तभी से मंदिर कमेटी में विवाद की स्थिति बन गई। इधर कमेटी के प्रबंधक इंद प्रकाश ने अश्वनी दुबे को हटाकर लालाराम कटियार को पुजारी नियुक्ति कर दिया। तब से लालाराम कटियार मंदिर में बतौर पुजारी पूजा अर्चना करते आ रहे हैं।

कई वर्षाें से मंदिर कमेटी के प्रबंधक इंद प्रकाश कटियार और संदीप कपूर के बीच मंदिर पर कब्जे को लेकर विवाद चल रहा है। दोनों पक्षों ने मंदिर में स्वामित्व को लेकर सिविल न्यायलय में मुकदमा दायर कर रखा गया है। रविवार की शाम संदीप कपूर, पूर्व पुजारी अश्वनी दुबे व अन्य ग्रामीणों के साथ पहुंचे और मंदिर के मुख्य गेट व परिसर स्थित हरिदेव महाराज, गिरधर गोपाल महाराज के दरबार में भी ताला लगा दिया।

सोमवार सुबह गुरु पूर्णिमा पर मंदिर में पूजा अर्चना करने गए श्रद्धालुओं ने ताला लटका देख हंगामा करते हुए मंदिर कमेटी के प्रबंधक इंद्रप्रकाश कटियार को दी। उन्होंने पुलिस को जानकारी दी। सूचना पर पहुंची एसडीएम शुर्भि शर्मा, तहसीलदार पूर्णिमा सिंह ने दोनों पक्षों व ग्रामीणों से बात की और समझाकर मंदिर गेट का ताला खुलवाया। जिसके बाद भक्तों ने पूजा अर्चना की। एसडीएम ने बताया कि मंदिर में कब्जे को लेकर दो पक्षों में विवाद चल रहा है। कब्जे का मुकदमा सिविल न्यायलय में भी विचाराधीन है।

ग्रामीणों की सहमति से मंदिर का ताला खुलवा दिया गया है। फिलहाल देखभाल का जिम्मा वर्तमान प्रबंधक इंद प्रकाश को सौंपा गया है। मंदिर की दानपेटी की चाबी प्रशासन के पास सुरक्षित रखी गई है। मंदिर में ताला लगाने वालों को चिंहित कर उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस को निर्देशित किया गया है।

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