मुरादाबाद: कांवड़ डायवर्जन में एनएचएआई को आई हाईवे मरम्मत की याद
7.7 करोड़ रुपये खर्च कर पहले भराए थे गड्ढे, 21 किमी. के बीच फिर गड्ढों में डाल रहे गिट्टी, हाईवे पर गड्ढे- कांवड़ यात्रा के चलते हाईवे पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक, डंपर निकालने को एनएचएआई एसपी ट्रैफिक से मांग रही अनुमति
निर्मल पाण्डेय, मुरादाबाद, अमृत विचार। मुरादाबाद-काशीपुर नेशनल हाईवे-734 पर रामपुर दोराहा से ठाकुरद्वारा तक गड्ढे ही गड्ढे हैं। ऐसा इसलिए कि अब वर्षाकाल प्रभावी है। विभाग बारिश के बीच गड्ढे भराने में जुटा है। सड़क ठीक करने में बिना डामर के केवल गिट्टी का इस्तेमाल हो रहा है। मौसम साफ होने की स्थिति में ही गिट्टी डामर से पक्का करने की योजना है। जबकि कांवड़ियों की वजह से पुलिस ने हाईवे पर भारी वाहनों को रोक रखा है। एक लेन कांवड़ियों के लिए आरक्षित की है। ऐसे में हाईवे पर डंपर निकालने की अनुमति के लिए एनएचएआई के अधिकारी पुलिस पर दबाव बना रहे हैं।
गाजियाबाद में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर हुई घटना की गंभीरता को देखकर एसपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र गंगवार हाईवे पर डंपर निकालने की अनुमति देने में हिचकिचा रहे हैं। चूंकि गिट्टी लोडकर डंपर पाकबड़ा प्लांट से रामपुर दोराहा और उसके आगे ठाकुरद्वारा तक जाने हैं। फिलहाल, गुरुवार को एनएचएआई अधिकारियों के काफी कहने-सुनने के बाद एसपी ट्रैफिक ने अनुमति देने के संबंध में सोमवार तक विचार कर लेने की बात कही है। हाईवे पर गड्ढों को लेकर एनएचएआई के उच्च स्तर के अधिकारियों के पास पहुंची शिकायत के बाद स्थानीय अधिकारियों में जल्दबाजी है। इधर, दो दिन पहले अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के पदाधिकारी गड्ढों के संबंध में एनएचएआई के अधिकारियों की कार्यशैली के मामले में विरोध भी जता चुके हैं। हाईवे की बदहाल स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत भी कर चुके हैं।
एसपी ट्रैफिक बोले, पहले क्यों नहीं भरे गड्ढे
गुरुवार दोपहर 12:30 बजे के दौरान एनएचएआई के सहायक अभियंता शांतुन व नोमान पुलिस लाइन में एसपी ट्रैफिक के चैंबर में थे। ये लोग गड्ढों को भराना कितना जरूरी है, एसपी ट्रैफिक को बता रहे थे। हाईवे पर डंपर निकालने की अनुमति के संबंध में इन लोगों ने डीएम के नाम पत्र तैयार किया है, जो एसपी ट्रैफिक को दिया है। कांवड़ यात्रा की सुरक्षा को देखते हुए एसपी ट्रैफिक इन्हें हाईवे पर डंपर निकालने की अनुमति देने के मूड में नहीं दिखे। ऐसी स्थिति में सहायक अभियंता शांतनु ने उनसे कहा, आवश्यक सामग्री के तौर पर डंपर निकालने की अनुमति दी जा सकती है। एसपी ट्रैफिक ने उन्हें आवश्यक सामग्री के संबंध में समझाया भी और सवाल भी किया कि कांवड़ यात्रा और वर्षाकाल प्रारंभ होने से पहले क्या कर रहे थे?
एनएचएआई चेयरमैन तक पहुंचा मामला
रामपुर दोराहा से ठाकुरद्वारा तक गड्ढे भरने में सह परियोजना निदेशक की हीलाहवाली की शिकायत एनएचएआई चेयरमैन संतोष कुमार यादव तक हुई है। मामले में सह परियोजना निदेशक को उच्च स्तर से कड़े निर्देश जारी किए गए हैं। सहायक अभियंता शांतुन सिंह ने बताया कि गड्ढों में अभी गिट्टी डला रहे हैं। मौसम साफ होने पर उसमें डामर डलाकर उसे पक्का करा देंगे।
21 किमी के बीच हाईवे के गड्ढों में डाल रहे गिट्टी
रामपुर दोराहा से ठाकुरद्वारा तक राष्ट्रीय राजमार्ग की दूरी 48.4 किमी है। इस बीच में एनएचएआई के अधिकारी 21.800 किमी की दूरी में गड्ढे भराने का काम शुरू किया है। रामपुर दोराहा से ठाकुरद्वारा तक गहरे गड्ढों के बीच वाहन सवार लोग किस हालत में सफर कर रहे हैं, यह उनके बेहतर शायद ही और कोई समझता हो। लगभग हर रोज हो रही बारिश के कारण इन गड्ढों में पानी भरा है, ऐसे में सफर करने वाले अपरिचित लोग गड्ढों की गहराई का अंदाजा नहीं लगा पा रहे हैं। जिस कारण आए दिन इस मार्ग पर हादसे भी हो रहे हैं। इस मार्ग के गड्ढे सर्वविदित हैं।
रामपुर दोराहा से ठाकुरद्वारा तक गड्ढे भरने को हमने पीडब्ल्यूडी को 7.7 करोड़ रुपये दिए थे। इनके कांट्रेक्टर ने उल्टा-सुल्टा काम कर सारे पैसे खर्च कर डाले। गड्ढे फिर हो गए हैं। थोड़ा प्रेशर है तो हम रामपुर के कांट्रेक्टर से भाई-बंदी में काम करा रहे हैं। वर्षा बाद डामर डला देंगे, उसमें जो खर्च आएगा उसके लिए एस्टीमेट बनाएंगे।- अनुज कुमार जैन, सह परियोजना निदेशक-एनएचएआई
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