रायबरेली: गंगा एक्सप्रेस वे की मिट्टी सैंपलिंग से बन गया खतरा, खोदाई से गांवों में बने हैं गहर गड्ढे

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Published By Deepak Mishra
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रायबरेली, अमृत विचार। मेरठ से प्रयागराज के लिए बन रहा गंगा एक्सप्रेस वे जिले के जिन जगहों से होकर गुजर रहा वहां के लोगों को खतरे का सामना करना पड़ रहा है। अभी एक्सप्रेस वे बनने में देर है लेकिन निर्माण शुरू है और मिट्टी की सैंपलिंग खतरे की वजह बन गई है। असल में एक्सप्रेस वे को बनाने के लिए शासन के आदेश पर सैंपल के लिए मिट्टी खोद लेने का फरमान जारी हुआ था और यही बारिश के दिनों में लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। 

ठेकेदारों ने मिट्टी खनन कर गड्ढों को खुला छोड़ दिया है इसी का नतीजा है कि एक माह में 8 बच्चों की मौत इन गड्ढों में हो चुकी है। मिट्टी खनन को लेकर जो गाइडलाइन तय की गई थी उसे न तो कार्यदायी संस्था मान रही है और न ही इनके ठेकेदार। मेरठ से प्रयागराज के बीच 596 किलोमीटर के सफर को सुहाना बनाने के लिए प्रदेश सरकार गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण करा रही है। 

इसके लिए 695 करोड़ का बजट पास हो चुका है। जिले में यह एक्सप्रेस वे 80 किलोमीटर लंबा होगा जो सरेनी से लेकर ऊंचाहार तक जाएगा। एक्सप्रेसवे जिले की चार तहसीलों लालगंज, डलमऊ, सलोन और ऊंचाहार से गुजरेगा। जिला प्रशासन ने किसानों से जमीन परचेज करके उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) उपलब्ध करा दिया है। 
जिला प्रशासन अब तक यूपीडा को 3600 बीघे जमीन उपलब्ध करा चुका है। वहीं एक्सप्रेसवे का काम भी शुरू हो गया है। भारी भरकम बजट से बन रहे एक्सप्रेस वे का निर्माण जिले के कई क्षेत्रों में ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन गया है। 

एक्सप्रेस वे के लिए मिट्टी की जरूरत होती है जिसे लेकर शासन स्तर पर आदेश है कि सरकारी जमीन से मिट्टी खोद ली जाए लेकिन कार्यदायी संस्था के ठेकेदारों ने नियमों की धज्जियां उड़ा रखी है। जहां जिस तरह हुआ उस तरह मिट्टी खोदी जा रही है। नतीजा है कि गांवों में गहरे गड्ढे हो गए हैं जो बारिश के पानी से लबालब हैं और यही जान के लिए खतरा बन गए हैं।

घटनाओं पर नजर
सलोन कोतवाली अंतर्गत औटहिया मजरे धरई गांव में गंगा एक्सप्रवे द्वारा की गई सैम्पलिंग के लिए की गई तालाब के समीप मिट्टी खोदाई से आसपास कई स्थानों पर गड्ढा हो गया। जिसमे बरसात पानी भर गया।

वहीं गांव के ही रितिक सरोज (7) पुत्र संतराम सरोज अपने परिवार के फूफा के लड़के नैतिक सरोज(6) पुत्र शिवकुमार सरोज निवासी गाजीपुर डीह थाना उदयपुर जनपद प्रतापगढ़ के साथ 6 जून 2023 को घर से थोड़ी दूर स्थित खेत में खेलने में निकले थे।जिसमे डूबने से दोनों बच्चों की मौत हो गई थी।

8 जुलाई को गदागंज थाना क्षेत्र के मंगता डेरा मजरे बांसी में खोदाई से बने गहरे गड्ढे में डूबने से पांच बच्चों की मौत हो गई थी। यह हादसा बारिश के दौरान नहाते समय गहरे पानी में जाने से हुआ था। गांव के रहने वाली रीतू 8 वर्ष, सोनम 10 वर्ष, वैशाली 12 वर्ष, रूपाली 9 वर्ष व अमित 8 वर्ष तथा संदिका पुत्री मान सिंह , कोइली पुत्री मोनू 8 जुलाई शनिवार को करीब 11:00 बजे गांव के पास तालाबनुमा बने गड्ढे के पास नहाने गए हुए थे। 

नहाते समय सभी बच्चे तालाब के अंदर गहरे पानी में चले गए जिस कारण बच्चे डूबने लगे। बच्चों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के खेतों में काम कर रहे लोग दौड़े और बच्चों को बचाने का प्रयास किया लेकिन तब तक बच्चे डूब चुके थे। 

चीख पुकार सुनकर गांव के अन्य लोग भी मौके पर पहुंचे और गांव के ही कुछ लोगों ने तालाब में कूदकर बच्चों को बाहर निकाला लेकिन तब तक रितु, सोनम, बैशाली , रूपाली और अमित की मौत हो गई थी। वहीं चार दिन पहले जगतपुर में एक बच्ची की इसी तरह के गहरे गड्ढे में डूबने से मौत हुई थी।

क्या हैं नियम

- मिट्टी की सैंपलिंग के लिए जिस जगह की मिट्टी ली जाएगी वहां पर सुरक्षा घेरा बना दिया जाएगा और खोदाई खत्म होने के बाद गड्ढों को पाट दिया जाएगा।
- सरकारी जमीन के इतर अन्य जमीनों पर मिट्टी की खोदाई नहीं होगी
- सर्वे कराकर मिट्टी की सैंपलिंग के लिए खोदाई का काम होगा
- जहां भी मिट्टी की सैंपलिंग के लिए गड्ढे खोदे जाएंगे वह क्षेत्र आबादी से दूर होगा
- कार्यदायी संस्था के अधिकारी खोदाई के बाद बनाए गए सुरक्षा घेरा की जांच कर उसकी रिपोर्ट तैयार करेंगे।

जिले के इन गांवों से निकलेगा गंगा एक्सप्रेस वे
जिले की लालगंज तहसील क्षेत्र के रमुवापुर दुबाई, सेमरी, चकगजराज, चकशेरशाह, लच्छीपुर, श्यामपुर, हरीपुर निहस्था, सूरजपुर, निहस्था खास, फतेह सराय, सातनपुर, रानीपुर, उगाभाद, चांदा, यूसुफपुर, डलमऊ तहसील के ऐहार, सुल्तानपुर जाला, देवगांव, रामपुर मजरे ऐहार, उमरामऊ, लोदीपुर उतरावां, जगतपुर कोटहा, रौंसी, अदीलाबाद, तेरुखा, हींगामऊ, कठगर, रसूलपुर गहरवारी, बलीपुर, कुंवरमऊ पकरी, मलपुरा, उबरनी, थुलरई, मेल्थुआ, इस्माइलमऊ, चूली, सुल्तानपुर जनौली, अलावलपुर, बेहीखोर, ऊंचाहार तहसील के शेरंदाजपुर, जलालपुर बेही, चिचौली, धोबहा, जगतपुर, जिंगना, टांघन, गोबर्धनपुर, रामगढ़ टिकरिया, रोझइया भीखमशाह, इटौरा बुजुर्ग, सलारपुर, मिर्जापुर ऐहारी, डिडौली, सुमेरबाग, उमरण, कमालपुर, समसपुर पतौन, लक्ष्मणगंज, बछयापुर, मरहामऊ, रसूलपुर, सलोन तहसील के मीरजहांपुर, कमालापुर, डोमापुर, कोडरी आदि गांवों से एक्सप्रेस वे निकलेगा।

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