बरेली: जोगीनवादा में कांवड़ यात्रा की अनुमति निरस्त होने पर व्यापारियों ने बंद की दुकानें

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Published By Vikas Babu
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व्यापारी और संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि भावनाओं से हो रहा खिलवाड़, पुलिस ने बढ़ाई गश्त

बरेली, अमृत विचार। जोगीनवादा में कांवड़ यात्रा निकालने की अनुमति का आवेदन फिर से निरस्त होने से लोगों में आक्रोश बढ़ गया है। शुक्रवार को व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद करके नाराजगी जताई और अधिकारियों और नेताओं पर भावनाओं से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है।

जोगीनवादा में कांवड़ यात्रा निकालने को लेकर 23 और 30 जुलाई को विवाद हुआ था। दूसरी बार में पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा था। छह अगस्त को हिंदू संगठनों और शिव भक्तों ने कांवड़ यात्रा निकालने के लिए प्रार्थना पत्र देकर अनुमति मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने अनुमति को निरस्त कर दिया। इसी तरह 20 अगस्त को मांगी गई अनुमति को भी प्रशासनिक अधिकारियों ने ठुकरा दिया। अनुमति न मिलने से व्यापारियों, हिंदू संगठनों और लोगों में आक्रोश पनपने लगा। इसके विरोध में शुक्रवार सुबह से ही लोगों ने दुकानें बंद करके रोष जताया।

नेताओं और अधिकारियों के खिलाफ आक्रोश
लोगों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों पर भावनाओं के साथ मजाक करने का आरोप लगाते हुए आक्रोश जताया है। दरअसल बवाल के बाद पहुंचे नेताओं ने कांवड़ निकलवाने का वादा किया था, लेकिन बाद में कोई नेता उनके लिए अनुमति दिलाने के लिए आगे नहीं आया। लोगों ने बताया कि उस वक्त प्रशासनिक अधिकारियों ने भी कहा था कि वे लोग कांवड़ यात्रा निकलवा देंगे, लेकिन बाद में अधिकारी भी अपने वादे से मुकर गए और आवेदन निरस्त कर दिए गए।

बड़ी तादाद में पुलिस फोर्स तैनात
किसी भी तरह के बवाल से निपटने के लिए जोगी नवादा में इस वक्त दो कंपनी पीएसी, एक कंपनी आरएएफ और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। रविवार को सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि आरएएफ और पीएसी के जवानों की संख्या में भी वृद्धि की जाएगी।

जोगीनवादा में कानून-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका
जोगीनवादा में कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका के चलते 20 अगस्त को निकलने वाली कांवड़ यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है। पुलिस और एलआईयू की रिपोर्ट के आधार पर एसीएम प्रथम नहने राम ने अनुमति के आवेदन को निरस्त कर दिया।

सूत्रों की मानें तो रिपोर्ट में कहा गया है कि कांवड़ यात्रा निकालना परंपरागत नहीं है। जिस स्थान के लिए अनुमति मांगी गई है, अगर वहां से कांवड़ यात्रा निकलती है तो कानून-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका है। दूसरा पक्ष भी कांवड़ यात्रा निकालने के पक्ष में नहीं है। हाल में हुए विवाद को देखते हुए अनुमति देना उचित नहीं है।

चक महमूद में सड़क पर मांस देख भड़के लोग
शुक्रवार को जोगीनवादा के चकमहमूद में सड़क पर मांस पड़ा देख लोगों में आक्रोश फैल गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन फानन में सफाई कराई। सूचना मिलने पर इंस्पेक्टर हिमांशु निगम और कांकरटोला चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे। उन्होंने आसपास के सीसीटीवी चेक कराए तो पता चला कि कुत्ता कहीं से गाय या भैंस की जेर उठा लाया है। इसके बाद मामला शांत हो सका।

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