बांदा : चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर ऐतिहासिक सॉफ्ट लैंडिंग से झूम उठे बुंदेली
बांदा,अमृत विचार। भारत के चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर ऐतिहासिक सॉफ्ट लैंडिंग ने समूची दुनिया में अपनी सफलता के झंडे गाड़ दिये। इस क्षण को अपनी खुली आंखों से देखने के लिये बच्चे भी कौतूहलवश टीवी स्क्रीन पर टकटकी लगाये रहे। जैसे ही वह क्षण टीवी स्क्रीन पर सामने आया, बच्चों की आंखें खुशी से चमक उठीं। बच्चे तालियां बजाकर खुशी से झूम उठे। भारत की इस सफलता के लिये शिक्षकों और बच्चों ने एक-दूसरे को बधाई दी।
आपको बता दें, कि शासन के निर्देश पर जनपद के स्कूलों और मदरसों में बुधवार को चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर उतरने का लाइव प्रसारण विद्यार्थियों को दिखाने के लिये विद्यालय देर शाम तक खुले रहे। विद्यालय के बच्चों को मॉडलों के माध्यम से अंतरिक्ष विज्ञान से संबंधित ऐसी गूढ़ जानकारियां दी गईं, जिनके बारे में बच्चों को कोई जानकारी नहीं थी। कौतूहलवश अधिकांश विद्यालयों में इस घटना को देखने के लिये सामान्य दिनों की अपेक्षा बच्चों की संख्या अधिक रही। शाम को तकरीबन सवा पांच बजे जब यह विशेष कार्यक्रम का प्रसारण आरंभ हुआ तो कक्षाओं में बच्चे टीवी स्क्रीन पर टकटकी लगाकर बैठ गये।
कुछ विद्यालयों में भारत की कामयाबी के इन क्षणों के प्रदर्शन के लिये प्रोजेक्टर की भी व्यवस्था की गई थी। चंद्रयान-3 को चंद्रमा पर उतरते हुए देखने का अनुभव बेहद रोमांचकारी रहा। ऐसे में हर कोई इस खास क्षण को याद रखना चाहता था। यह सब देखने के लिए बच्चों में भी काफी उत्साह देखने को मिला। शाम तकरीबन 6.04 बजे जैसे ही विक्रम लैंडर ने चंद्रमा की सतह को छुआ बच्चे मारे खुशी के तालियां बजाते हुए अपनी जगह पर उछल पड़े।
सॉफ्ट लैंडिंग देखने को कुछ क्षणों के लिये थम गया शहर
बुधवार शाम चंद्रयान-3 की चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग देखने के लिये तकरीबन आधा घंटे के लिये शहर थम गया। सड़कों पर सन्नाटा छा गया। जहां देखो वहां लोग अपनी टीवी स्क्रीन के सामने बैठकर भारत की इस सफलता को अपनी आंखों से देखने में मशगूल दिखे। घर से बाहर काम पर निकले लोग भी सड़कों के किनारे अपने स्मार्ट फोन पर इसरो की वेबसाइट और तमाम न्यूज चैनलों के माध्यम से इस दृश्य को देखने के लिये टकटकी लगाये रहे। जैसे ही वह ऐतिहासिक क्षण सामने आया लोग खुशी से झूम उठे।
मंदिरों में देखने को मिला धर्म और विज्ञान का तालमेल
धर्म और विज्ञान पर वैसे तो विरोधाभास रहा है। जो धर्म की मानता है, उसे विज्ञान नकारता आया है। इसी तरह धर्म भी विज्ञान की तमाम घटनाओं से इत्तफाक नहीं रखता, लेकिन बुधवार को चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की सफलता के लिये धर्म और विज्ञान का अद्भुत समन्वय देखने को मिला। बुधवार को सुबह से ही तमाम लोग मंदिरों में ईश्वर से कामना करते देखे गये। संकट मोचन हनुमान मंदिर में तमाम लोगों ने इसके लिये हनुमान चालीसा और सुंदर कांड का पाठ किया और भगवान का भोग लगाया।
चंद्रयान-3 की कामयाबी को केन महाआरती में की विशेष प्रार्थना
विश्व हिंदू महासंघ गौरक्षा समिति ने चंद्रयान-3 की सफलता को विशेष प्रार्थना की । समिति जिलाध्यक्ष महेश कुमार प्रजापति ने केन की महाआरती के उपरांत लोगों का आह्वान किया कि सब मिलकर बेहतर काम करें और नदी को बचाने और पावन रखने के लिए आगे आए। इस अवसर पर प्रेम गुप्ता, महेश गुप्ता, आशु प्रजापति, कुलदीप प्रजापति, विनय गुप्ता, बबलू, कुलदीप नामदेव, शुभम सिंह, सागर गोयल, विनोद कुमार समेत तमाम लोग उपस्थित रहे।
भाजपाइयों ने संकट मोचन मंदिर में की पूजा-अर्चना
भाजपा जिलाध्यक्ष संजय सिंह की अगुवाई में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने बुधवार को संकट मोचन मंदिर में चंद्रयान-3 की सफलता के लिए पूजा-पाठ किया। भाजपाइयों ने जयकारा लगाते हुए चंद्रयान की सफलता की कामना की। इस मौके पर उत्तम सक्सेना, ममता मिश्रा, सदर विधायक प्रतिनिधि रजत सेठ आदि मौजूद रहे।
नगर पालिका में देखा गया प्रसारण
नगर पालिका परिषद में चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर लैडिंग के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा गया। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष मालती गुप्ता बासू, प्रतिनिधि अंकित बासू, अधिशाषी अधिकारी बुद्धि प्रकाश समेत अनेक सभासद मौजूद रहे। इसके अलावा नगरवासियों में भी इस मिशन को लेकर खासा उत्साह व खुशी देखी गई।
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