बरेली: हत्यारोपी पुलिस वालों की गिरफ्तारी होने तक नहीं करेंगे अस्थि विसर्जन

बरेली: हत्यारोपी पुलिस वालों की गिरफ्तारी होने तक नहीं करेंगे अस्थि विसर्जन

बरेली, अमृत विचार। भमोरा के गांव आलमपुर जाफराबाद में पुलिस की पिटाई से मारे गए संतोष शर्मा के परिवार के साथ गांव वालों में भी आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी न होने से भारी नाराजगी का माहौल है।

परिवार के लोगों ने अब आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक संतोष की अस्थियां विसर्जित न करने का एलान किया है। उनका आरोप है कि एसपी देहात ने तीन दिन के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया था लेकिन अब टालमटोल कर मामले को जांच में उलझाया जा रहा है। बिथरी विधायक ने भी आश्वासन देने के बाद अब तक कुछ नहीं किया है।

भमोरा की सरदारनगर चौकी की पुलिस आठ नवंबर को एंबुलेंस से गांव आलमपुर जाफराबाद में जुआरियों को पकड़ने पहुंची थी। आरोप है कि पुलिस की मंशा जुआरियों को पकड़कर उनसे उगाही करने की थी लेकिन जुआरी दूर से ही उसे देखकर भाग निकले।

जुआरी हाथ नहीं आए तो पुलिस ने उधर से गुजर रहे किसान संतोष शर्मा को पकड़ लिया और उनसे जुआरियों के नाम पूछने लगी। संतोष ने अपनी गांव में रंजिश होने के डर से नाम बताने से इन्कार किया तो पुलिस ने उन्हें बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया और उनके बेहोश होने के बाद उन्हें वहीं पड़ा छोडृ़कर भाग निकली।

दो दिन बाद संतोष की अस्पताल में मौत हो गई थी। गांव के लोगों के हंगामे के बाद एसएसपी के आदेश पर चौकी प्रभारी टिंकू कुमार समेत छह पुलिस कर्मियों को निलंबित करने के साथ 10 लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया था लेकिन एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई।

शनिवार को संतोष के परिवार ने आरोपी पुलिस वालों की गिरफ्तारी होने तक उनकी अंत्येष्टि करने से इन्कार कर दिया था। संतोष के भाई राजेश शर्मा का आरोप है कि मौके पर मौजूद एसपी देहात मुकेश चंद्र मिश्रा ने तीन दिन के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया था।

बिथरी विधायक डॉ. राघवेंद्र शर्मा ने भी यही आश्वासन दिया था, इसके बाद उन्होंने अंत्येष्टि कर दी थी लेकिन अब पुलिस टालमटोल कर रही है और मामले को जांच में उलझा रही है। उन्होंने बताया कि आरोपी पुलिस वालों की गिरफ्तारी होने तक उन्होंने गांव के लोगों के साथ विचार-विमर्श कर संतोष की अस्थियां विसर्जित न करने का फैसला लिया है।

उन्होंने बताया कि पुलिस जांच करे न करे, सप्ताह भर के अंदर गिरफ्तारी न होने पर वे गांव वालों के साथ सड़कों पर भी उतरेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी अफसरों के रवैये की शिकायत कर आरोपी पुलिसकर्मियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।

संतोष के परिजनों से मिले कांग्रेस नेता, एक करोड़ मुआवजा देने की मांग
बरेली। कांग्रेस जिलाध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी और पूर्व विधायक मास्टर छोटेलाल गंगवार कई कांग्रेसियों के साथ मंगलवार को आलमपुर जाफराबाद पहुंचकर संतोष के परिजनों से मिले।

उन्होंने उनके भाई राजेश शर्मा को भरोसा दिलाया कि कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है। जिलाध्यक्ष ने आरोपी पुलिस कर्मियों की फौरन गिरफ्तारी और परिजनों के लिए एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की।

उन्होंने कहा कि आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो पार्टी पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए धरना-प्रदर्शन करेंगी। पार्टी के लोगों में जिला उपाध्यक्ष जुनैद हसन, महासचिव राजन उपाध्याय, उवैस खान, फहीम खान, अबरार, भूरे सैफी, आकाश गुप्ता, ब्लॉक अध्यक्ष गुड्डू खान आदि शामिल थे।