Kanpur News: मारपीट में घायल युवक की 87 दिन बाद इलाज के बाद मौत, नाराज परिजनों ने शव रखकर जमकर किया हंगामा

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
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कानपुर में मारपीट में घायल युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई।

कानपुर के घाटमपुर में मारपीट में घायल युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने शव रखकर जमकर हंगामा किया।

कानपुर, अमृत विचार। रेऊना कस्बे में मामूली विवाद में 18 सिंतबर को हुई मारपीट में घायल युवक की इलाज के दौरान गुरुवार शाम मौत हो गई। आक्रोशित परिजनों ने शव रेऊना बारा दौलतपुर संपर्क मार्ग पर रख कर जाम लगा दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि घटना के 87 दिन बीतने के बाद भी अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी।

परिजनों ने मामले के विवेचक पर कार्रवाई की मांग की। हंगामें सूचना पर एसीपी घाटमपुर समेत कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा। करीब पांच घंटे तक हंगामे के बाद एसीपी के लिखित आश्वासन के बाद शव पोस्टमार्टम को भिजवाया।  

रेऊना गांव निवासी ऑटो चालक संतोष कुमार (45) पत्नी सुधा देवी तीन बेटियों मधु, मनीषा, निशा व बेटे रवि के साथ रहते थे। बीते 18 सितंबर को गांव के सागर कपाड़िया व प्रधान पति अरविंद कुमार कपाड़िया से उनका विवाद हुआ था। मारपीट के दौरान संतोष के कमर में गंभीर चोटें आई थीं। परिजनों ने सागर, प्रधानपति अरविंद व एक अन्य के खिलाफ रेऊना थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

पत्नी सुधा ने बताया कि गुरुवार शाम वह संतोष को घर लेकर आईं थीं। शाम छह बजे के बाद अचानक संतोष की तबियत बिगड़ने लगी और कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि घटना के 87 दिन बीतने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। आक्रोशित परिजनों ने रेऊना बारा दौलतपुर संपर्क मार्ग पर शव रख कर जाम लगा दिया।

जाम की सूचना पर एसीपी घाटमपुर समेत रेऊना, बिधनू, घाटमपुर समेंत कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा। एसीपी घाटमपुर दिनेश कुमार शुक्ला ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया,लेकिन परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी और मामले के विवेचक पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे।

करीब पांच घंटे तक जारी हंगामे के बाद एसीपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी का लिखित आश्वासन दिया, जिसके बाद परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। एसीपी घाटमपुर ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर शांतिभंग की कार्रवाई की गई थी। तीन महिने बाद पीड़ित की मौत हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर धाराओं में बढ़ोत्तरी कर आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। 

रेलवे स्टेशन ले जाने को लेकर हुआ था विवाद

परिजनों ने बताया कि गांव के सागर कपाड़िया ने बीते 17 सिंतबर को रेलवे स्टेशन जाने की बात कह कर संतोष का ऑटो बुक किया था। बताया कि शाम को संतोष स्टेशन जाने को तैयार था तभी सागर ने ट्रेन निरस्त होने की बात कह कर 18 सितंबर की सुबह चलने की बात कही। 18 सितंबर की सुबह सागर संतोष के घर आया तो संतोष ने खाना खाकर चलने की बात कही।

जिस पर दोनों के बीच विवाद होने लगा और इस दौरान मारपीट हो गई। बेटे रवि ने बताया कि विवाद के दौरान प्रधानपति अरविंद कुमार कपाड़िया सागर ने साथियों के साथ मिलकर लाठी डंडों से पिता की पिटाई कर दी। बताया कि प्रधानपति आए दिन परिजनों को धमकी देता था। पुलिस से शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।

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