ससुर चाहता है शारीरिक संबंध बनाना, खेत बेचकर पिता ने भरा दहेज - इंसाफ मांग रही गोंडा की बेटी 

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Published By Jagat Mishra
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गोंडा/ लखनऊ, अमृत विचार। शादी के महज पांच महीनों में ही एक हंसती-खेलती नवविवाहिता को बेहद खराब व्यवहार झेलना पड़ा। गोंडा की रहने वाली इस बेटी का ससुर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालता रहा। शादी के बाद भी दहेज वसूलने का काम चलता रहा, जिसके चलते पिता को अपना खेत तक बेचना पड़ा। लेकिन बेटी पर होने वाले जुल्म कम नहीं हुए। थक-हारकर पिता ने मनकापुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। नवविवाहिता का कहना है इस जुल्म के बारे में उसके पति को सब पता है लेकिन वो भी अपने पिता के साथ मिला हुआ है। उसका कहना है की मेरा ससुर खुद पुलिस में है और कहता है जो करना है कर लो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। अब ये बाप-बेटी स्थानीय मीडिया से लेकर जिम्मेदारों तक से रो-रोकर इंसाफ मांग रहे हैं। 

ये पूरा मामला मनकापुर थाने के पचपुतीजगतापुर कोल्हार गांव है। गाँव की रहने वाली नवविवाहिता ने अपने ससुर पर दहेज के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि साल 2022 में उसकी शादी लखनऊ के राजाजीपुरम  इलाके में हुई थी, जबकि उसका ससुर राजकुमार सिंह सीतापुर के मिश्रख थाने में सिपाही के पद पर तैनात है। 

विवाहिता का आरोप है कि उसका ससुर शादी के बाद से ही मुझसे शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाने लगा। मेरी तरफ से इसका विरोध किया गया तो और दहेज लाने की बात कहकर मुझे ससुरालियों ने मारा-पीटा और घर से निकल जाने को कहा। पीड़िता ने इस बात की जानकारी जब अपने पति को दी तो उसने कहा कि जैसा मेरे पिता कहते हैं वैसा ही करना पड़ेगा। पीड़िता ने कहा कि इस सबके बारे में जब मैंने अपने परिजनों को बताया तो मेरे पिता ने अपना खेत बेचकर दस लाख रुपये ससुरालियों को दिए। इसके बाद भी उनकी प्रताडना जारी रही 

पीड़िता का कहना है चूँकि मैंने नाजायज संबंध बनाने के दबाव को मना कर दिया था इसलिए मेरे ससुर मुझसे दहेज में क्रेटा कार लेन के लिए भी दबाव बनाने लगे। वहीँ इस मामले को लेकर पीड़िता के पिता ने कहा कि बेटी पर जुल्म कम होने का नाम नहीं ले रहे थे, और न ही उनके दहेज की भूख ख़त्म हो रही थी। किसी अनहोनी के डर से मैं अपनी बेटी को लेकर घरआ गया। 

मुक़दमे के बारे में उन्होंने बताया कि मनकापुर थाना पुलिस इसकी विवेचना कर रही है जहॉ पर विवेचना अधिकारी ने जब मेरे समधी को फोन  किया तो उन्होने उनसे भी अभ्रदता से बात की। मेरे समधी इसमें जांच में कोई सहयोग नहीं कर रहे हैं। कई बार स्थानीय पुलिस ने उन्हें मुक़दमे के संबंध में बुलाया लेकिन वो नहीं आये उल्टे कहने लगे कि जो करना है कर लो। पीड़िता व उनके पिता  ने रो रोकर कहा कि अब मेरे पास कुछ नहीं बचा है, मुझे और मेरी बेटी को बस इंसाफ चाहिए। मुझे अदालत और योगी जी पर पूरा भरोसा है कि वह मेरी बेटी को इंसाफ जरूर दिलाएंगे। 

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