प्रयागराज: ठंड में पाला पड़ने से गुलाब की खेती हुई खराब, एक हजार से अधिक किसान प्रभावित
नैनी/प्रयागराज, अमृत विचार। मंडी में इन दिनों गुलाब की अच्छी कीमत किसानों को मिल रही है लेकिन इस समय उत्पादन काफी हो रहा है। इस कारण फूल का अच्छा दाम मिलने के बाद भी किसान मायूस हैं। ठंड में जहां पाला पड़ने से खेती बर्बाद हो रही है, वहीं किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है। इससे एक ओर जहां कुदरत की मार झेलनी पड़ रही है वहीं दूसरी ओर अधिकारियों की उदासीनता किसानों को दिक्कत बढ़ा रही है।
बता दें कि नैनी के तिगनौता, मड़ौका, मोहब्बतगंज, डभांव, धनुहा के लगभग एक हजार लोग फूलों की खेती करते हैं। बहुत से लोगों के लिए आय का जरूरी हिस्सा है। इस कार्य में पुरुष के साथ महिलाएं भी साथ निभा रही हैं। अक्सर फूलों के दाम में उतार चढ़ाव होता रहता है। इससे किसानों को दाम कम मिलने पर घाटा उठाना पड़ता है।
इस समय किसानों का फूल का अच्छा दाम तो मिल रहा है लेकिन उत्पादन कम होने से किसानों में मायूसी है। इस समय ठंड के कारण पाला पड़ने से गुलाब के फूल का उत्पादन कम हो रहा है। किसान दवाओं का प्रयोग कर खेती को बचाने में लगे हुए हैं। वहीं सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने से पाला के कारण नुकसान अधिक हो रहा है। किसान पूर्व प्रधान तिगनौता बसंत पटेल ने बताया कि पाला पड़ने से 60 फीसदी खेती बर्बाद हो गई है।
दवा डालकर सुधारा जा रहा है। एक सप्ताह बाद इसमें पता लगेगा। सिंचाई के लिए मिलने वाला गंदा पानी की भी आपूर्ति प्रयाप्त नही हो रही है। इससे पाला से नुकसान बढ़ जाता है। किसान सुनील पटेल ने भी बताया कि पाला के कारण उत्पादन कम हो रहा है। सिंचाई नहीं हो पाने से खेती पर प्रभाव पड़ रहा है। गंदा पानी के संबंध में गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के प्रोजेक्ट मैनेजर इन्जी एसएस परमार का कहना है कि मांग के अनुरूप पानी की आपूर्ति किया जा रहा है। सिंचाई के लिए पानी की कोई कमी नही है।
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