Special Story : राम मंदिर आंदोलन में अमरोहा के कार सेवकों ने भी काटी थी जेल
अमरोहा,अमृत विचार। जनपद की हसनपुर तहसील के रहने वाले कार सेवकों ने भी अयोध्या में हुए राम मंदिर आंदोलन में हिस्सा लिया था और मुरादाबाद व रामपुर की जेल में रहकर यातनाएं झेली। लेकिन आज भी उनके दिल और दिमाग से राममंदिर के निर्माण का जुनून कम नहीं हुआ। अब अयोध्या में राम मंदिर की 22 जनवरी को हो रही प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कार सेवकों में उत्साह का माहौल है। बता दें कि अब लंबे इंतजार के बाद राम मंदिर का सपना पूरा होने जा रहा है। हसनपुर के रहने वाले राकेश अग्रवाल, अतुल गर्ग, मुकेश गुप्ता, स्वर्गीय सुरेशचंद्र अग्रवाल और श्रीओम गुप्ता समेत कई कार सेवकों ने राम मंदिर आंदोलन में हिस्सा लिया था। जिसके लिए इन लोगों को जेल भी जाना पड़ा था।
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गिरफ्तार करके रामपुर जेल भेजा गया था
भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष व श्री शिव महामंदिर रामलीला समिति के अध्यक्ष राकेश अग्रवाल ने बताया कि राममंदिर आंदोलन के दौरान उन्होंने खूब संघर्ष किया था। इस दौरान उन्हें गिरफ्तार करके रामपुर जेल भेजा गया था। जहां उन्हें कैदियों की तरह यातनाएं दी गईं। जेल के अंदर कैदियों में हुई पत्थरबाजी में भी वह घायल हुए थे। राकेश अग्रवाल का कहना है कि उन्होंने पूर्व विधायक तुलाराम सैनी के नेतृत्व में अयोध्या में कार सेवा की थी।

भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष अतुल गर्ग
राम मंदिर आंदोलन में उन्होंने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया
वहीं हसनपुर के ही रहने वाले भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष अतुल गर्ग ने बताया कि 1990 में वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के तहसील कार्यवाह थे। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए उन्होंने संघर्ष किया। राम मंदिर आंदोलन में वह शामिल हुए थे। इस दौरान वह कई बार अयोध्या गए थे। आंदोलन के दौरान उन्हें भी गिरफ्तार कर करके जनपद रामपुर की जेल में बंद किया गया था। 21 दिन बाद से बाहर आने के बाद भी राम मंदिर आंदोलन में जुटे रहे थे। इसके अलावा 74 वर्षीय श्रीओम गुप्ता का कहना है कि वर्ष 1990 में वह विश्व हिंदू परिषद के नगर महासचिव थे। उस समय राम मंदिर आंदोलन में उन्होंने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। जिसके चलते कई थानों की पुलिस ने उन्हें घर से गिरफ्तार किया था। उन्हें भी 21 दिन तक रामपुर की जेल में रहना पड़ा था। लेकिन जेल से रिहा होते ही बवह अयोध्या पहुंच गए थे।

श्रीओम गुप्ता
पिता जी के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई थी
वहीं स्व. सुरेश अग्रवाल को राम मंदिर आंदोलन के दौरान गिरफ्तार करके जेल भेजा था। स्व. सुरेशचंद्र अग्रवाल के बड़े बेटे मुकेश गोयल ने बताया कि पिता जी के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई थी। वह 44 दिन तक रामपुर की जेल में बंद रहे थे। जिस समय उन्हें गिरफ्तार किया गया था। उस समय वह विश्व हिंदू परिषद के पश्चिमी प्रदेश के अध्यक्ष थे। अब भाजपा सरकार राम मंदिर का अपना पूरा होने जा रहा है तो पूरे देश के साथ साथ हसनपुर में उत्सव का माहौल है। 22 जनवरी को लेकर खूब तैयारी चल रही है।
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