लखीमपुर-खीरी: दो पौराणिक मंदिरों का पर्यटन स्थल के रूप में कराया जाएगा विकास, 127.89 लाख रुपये स्वीकृत

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Published By Vikas Babu
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लखीमपुर खीरी, अमृत विचारः जनपद वासियों के लिए अच्छी खबर है कि पर्यटन विभाग द्वारा दो पौराणिक मंदिरों को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित कराया जाएगा, जिसके लिए बजट भी आवंटित कर दिया गया है। शहर में उल्ल नदी के किनारे स्थित सेठ घाट को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किया जाएगा।

इसके अलावा पर्यटन विभाग की चार स्थानों पर निष्प्रयोज्य पड़ी भूमि को संरक्षित करने के लिए बाउंड्री वाल का निर्माण कराया जाएगा। इन कुल सात कार्यों के लिए शासन द्वारा 745.82 लाख रूपये बजट स्वीकृत किया गया है और जल्द कार्य प्रारंभ कराने के लिए पर्यटन विभाग ने टेंडर प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। 

बांकेगंज ब्लॉक स्थित पौराणिक मंदिर बाबा बनवारी दास धाम के पर्यटन विकास के लिए 102.49 लाख रूपये बजट आवंटित हुआ है, जबकि मोहम्मदी के गांव पड़सर स्थित काली माता मंदिर का पर्यटन विकास कराने के लिए 127.89 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। दोनों मंदिरों को विकसित करने के लिए एक-एक करोड़ से अधिक धनराशि आवंटित होने से इनके परिसर का आसानी से कायाकल्प किया जा सकेगा। 

मंदिर को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने के लिए बेंच, पेयजल, सुलभ शौचालय, सोलर लाइट, परिसर में फर्श की टाइलिंग आदि कार्य कराए जाएंगे। पर्यटन अधिकारी के मुताबिक मंदिर के पुजारियों की आवश्यकतानुसार भी कार्य कराए जाएंगे। इन दोनों मंदिरों के विकसित होने पर आसपास गांवों के हजारों लोगों को फायदा मिलेगा। 

वहीं शहर में भी उल्ल नदी के किनारे स्थित सेठ घाट को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किए जाने के प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई है, जिसके लिए 172.28 लाख रूपये स्वीकृत किए गए हैं। बताते चलें कि सेठ घाट शहर में होने वाले दशहरा मेला से जुड़ा है, जहां पर राम-केवट संवाद व नौकाविहार का मंचन किया जाता है। सेठ घाट के पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित होने से शहरवासियों को भी लाभ मिलेगा। यह तीनों कार्य उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा कार्य कराए जाएंगे। 

चार स्थानों पर पड़ी भूमि को बाउंड्री बनाकर किया जाएगा संरक्षित 
जनपद के अलग-अलग चार स्थानों पर पर्यटन विभाग की भूमि निष्प्रयोज्य पड़ी है, जिसे अतिक्रमण से बचाकर संरक्षित करने के लिए बाउंड्री वाल बनाई जाएगी। गोला गोकर्णनाथ के गांव कोटवारा में पर्यटन विभाग की 0.293 हेक्टेअर भूमि है, जिसे बाउंड्री बनाकर कवर करने के लिए 123.34 लाख रूपये खर्च किए जाएंगे। गोला में ही बाहर ग्राम में पर्यटन विभाग की भूमि पर 56.56 लाख रूपये से बाउंड्री वाल बनाकर संरक्षित किया जाएगा। 

दुधवा के पास गांव छेदिया पूरब में पर्यटन विभाग की जमीन पर बाउंड्री वाल का निर्माण कराने के लिए 95.86 लाख रूपये बजट आवंटित किया गया है। शारदा बैराज के निकट शारदानगर में भी पर्यटन विभाग की भूमि है, जिस पर 67.40 लाख रूपये खर्च कर बाउंड्री वाल का निर्माण कराया जाएगा। 

जनप्रतिनिधियों की मांग के आधार पर दो पौराणिक मंदिरों और उल्ल नदी किनारे स्थित सेठ घाट को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए बजट स्वीकृत हुआ है। इन स्थानों पर शीघ्र निर्माण कार्य प्रारंभ कराने के लिए टेंडर प्रक्रिया प्रारंभ की गई है, जिसके फाइनल होने के बाद कार्य प्रारंभ कराया जाएगा---सुचित चौधरी, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी।

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