कासगंज: एक तरफ बीमार पिता तो दूसरी ओर UPPCS की तैयारी, बिना कोचिंग के टॉप-10 में ऐसे शामिल हुए माधव
कासगंज,अमृत विचार: यूपीपीसीएस में उत्तर प्रदेश के टॉप 10 परीक्षार्थियों में कासगंज के माधव शामिल हैं। माधव की सफलता के पीछे उनकी खुद की मेहनत रही है। विपरीत परिस्थितियों में उन्होंने जो मुकाम हासिल किया है उसे जानकर हर कोई हैरान है। पूरा जिला उनकी सफलता पर गौरवान्वित है। उन्हें बधाइयां देने वालों का तांता लगा है।
मूल रूप से सिढ़पुरा क्षेत्र के गांव कलानी के रहने वाले माधव उपाध्याय ने वर्ष 2015 में समीक्षा अधिकारी के पद पर नौकरी हासिल की और प्रयागराज में सचिवालय में समीक्षा अधिकारी के पद पर तैनात हो गए, लेकिन उनका उद्देश्य आईएएस बनने का रहा। इधर नौकरी के साथ-साथ में तैयारी करते रहे। इस बीच पिता हरि ओम उपाध्याय एक असाध्य बीमारी से जूझने लगे।
मां आशा देवी आंगनबाड़ी कार्यकत्री हैं। पति के इलाज में काफी खर्च किया। इधर बेटे को वैसे तो तैयारी तैयारी के लिए काफी कोचिंग की जरूरत थी, लेकिन घर की परिस्थितियों को देखते हुए माधव ने कोचिंग नहीं की। यूपीपीसीएस की तैयारी शुरू कर दी।
प्रयागराज में रहकर नौकरी की। उसके साथ ही पिता की सेहत की देखने के लिए समय-समय पर घर आए। इस बीच दिन रात मेहनत भी की। लक्ष्य तय किया कि वह परीक्षा में उत्तीर्ण होंगे और मुकाम तक पहुंचेंगे और अपने उद्देश्य के साथ ही मुकाम तक पहुंच गए। यूपीपीसीएस के परीक्षा परिणाम जब आए हैं तो उत्तर प्रदेश के टॉप टेन में माधव दसवें स्थान पर रहे हैं।
हर होनहार के लिए मेरा संदेश
माधव उपाध्याय ने अमृत विचार से बातचीत करते हुए बताया कि मैं हर होनहार के लिए सिर्फ यही संदेश देना चाहूंगा कि सफलता के लिए कोशिश जारी रखें। यदि सफलता नही मिले तब भी निराश न हो। फिर से अग्रिम प्रयास करें। माधव ने बताया कि उन्होंने नवोदय विद्यालय से अपनी प्रारंभिक शिक्षा ली। कभी भी कोचिंग नहीं की। घर की आर्थिक स्थिति को देखते हुए हमेशा प्रयास किया कि खुद की मेहनत से मुकाम तक पहुंचेंगे और आज यह सफलता मिल गई। अभी तो यूपीपीसीएस की परीक्षा में उत्तीर्ण हुआ हूं। अब आईएएस के लिए अग्रिम तैयारी करूंगा।
