जानकी नाथ सहाय करे जब, कौन बिगाड़ करे नर तेरा.., रामोत्सव में कलाकारों की प्रस्तुतियों से मंत्रमुग्ध हुए रामभक्त
अयोध्या, अमृत विचार। संस्कृति विभाग के सान्निध्य में रामकथा पार्क में आयोजित रामोत्सव-2024 के अंतर्गत विभिन्न सांस्कृतिक मंचों पर देश-प्रदेश व अन्य देशों से आए कलाकारों द्वारा अनूठी प्रस्तुति की जा रही है। बुधवार सांझ रामकथा पार्क में सुर, लय और ताल की स्वर लहरियों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। सर्वप्रथम माँ सरस्वती का आह्वान करते हुए आगरा की शास्त्रीय गायिका शुभ्रा तलेगांवकर ने '' मनमोहिनी मूरत प्यारी, नैन सुखारी अति मनहारी" और "जानकी नाथ सहाय करे जब, कौन बिगाड़ करे नर तेरा" का गायन कर सभी श्रोताओं के सम्मुख रामलला की अद्भुत छवि को अपनी गायकी से प्रस्तुत किया।
तबले पर मिथलेश कुमार, हार्मोनियम पर प्रतिभा केशव तलेगांवकर, सहगायक के रूप में जतिन नागरानी और मंजीरे पर अनिल शर्मा ने संगत की। द्वितीय प्रस्तुति मुरादाबाद के ग्वालियर घराने से ताल्लुक रखने वाले युवा ख्याल कलाकार डॉ विनीत गोस्वामी ने अपनी टीम के साथ श्रीराम चंद्र पर आधारित भजनों के साथ-साथ ग्वालियर घराने की गायकी से राममय कर दिया।

राग भीम पलासी में "मिल जाना राम पियारे, नैना तरसे तेरे देखन को", "आज अवधपुर बटत बधाई" और "राम तेरी रचना अचरज भारी" भजन गाकर सभी श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। उनके साथ सहगायक के रूप में आशीष नायक और सहगायिका के रूप में श्वेता एवं डॉ रचना ने भूमिका निभाई। तबले पर अरुणेश पाण्डेय और हार्मोनियम पर आशिक कुमार ने संगत की।
उत्तराखंड के कलाकारों ने पांडव और हरियाणा के फाग नृत्य प्रस्तुत किया
सांस्कृतिक संध्या में तृतीय प्रस्तुति उत्तराखंड से आमंत्रित कलाकार जितेंद्र शाह एवं दल द्वारा पांडव नृत्य की प्रस्तुति की गई। इसके बाद हरियाणा के गुलाब सिंह एवं दल द्वारा फ़ाग नृत्य प्रस्तुत किया गया। अंतिम प्रस्तुति उड़ीसा के श्री रघुनाथ एवं दल द्वारा लोक नाट्य- प्रह्लाद का मंचन किया गया। संचालन दूरदर्शन के एंकर अखिलेश पाण्डेय द्वारा किया गया।
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