पीलीभीत: 150 हेक्टेयर में तैयार होगी गन्ना बीज की पौधशालाएं, किसानों को मिलेगी राहत

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Published By Vishal Singh
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पीलीभीत, अमृत विचार। जनपद के किसानों को उन्नतशील गन्ना प्रजाति के बीज के लिए अब भटकना नहीं होगा। जिले में ही 150 हेक्टेयर रकबे गन्ना बीज की पौधशालाएं तैयार की जा रही है। यह पौध स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं एवं किसानों द्वारा तैयार की जाएगी। पौधशाला में तैयार गन्ना बीज का वितरण अगले साल किया जाएगा।

कृषि श्रेत्र में अग्रणी जिले में हर साल ही एक लाख हेक्टेयर से अधिक रकबे में गन्ने की फसल की पैदावार की जाती है। जनपद में गन्ना बुवाई के दौरान किसानों को उन्नतशील प्रजातियों के बीज के लिए इधर-उधर  भटकना पड़ता है। मगर, अगले साल में किसानों को गन्ना बीज के लिए भटकना नहीं होगा। जनपद में ही 150 हेक्टेयर रकबे में गन्ना बीज की पौधशाला तैयार की जा रही है। इसको लेकर गन्ना शोध परिषद शाहजहांपुर द्वारा चार नवीनतम प्रजातियों का 2700 क्विंटल गन्ना बीज आवंटित किया गया है। गन्ना विभाग के सहयोग से गन्ना बीज की पौधशालाएं किसानों एवं स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा तैयार की जा रही हैं।

तीन उन्नतशील प्रजातियों का मिलेगा गन्ना बीज
गन्ना विभाग के मुताबिक पौधशालाओं में गन्ना की उन्नशील प्रजाति कोशा-17231, कोशा-13235 एवं कोलख-14201 की पौध तैयार की जा रही है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक गन्ना प्रजाति कोशा-17231 रेड रॉट एवं पोक्का बोईंग के प्रति सहनशील है। 300 से 400 क्विंटल प्रति एकड़ औसत पैदावार भी आसानी से हो जाती है। गन्ना प्रजाति कोलख-14201 एवं कोशा-13235 भी अच्छी पैदावार देती हैं। कोशा-13235 मे शर्करा की मात्रा 11.55 से अधिक होती है तथा पैदावार 400 से 500 क्विंटल प्रति एकड़ हो जाती है। हालांकि इसकी लंबाई होने के चलते गिरने की संभावना रहती है। कोलख-14201 पर बेधक कीटों का प्रकोप कम होता है।

किसानों को गन्ने की नवीनतम प्रजातियों का गन्ना बीज मुहैया कराने को अभिजनक पौधशालाएं तैयार की जा रही है। पौध तैयार करने का कार्य स्वयं सहायता समूह की महिलाओं एवं किसानों द्वारा किया जा रहा है। इन पौधशालाओं में तैयार गन्ना बीज का वितरण अगले वर्ष किया जाएगा - खुशीराम भार्गव, जिला गन्ना अधिकारी।

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