Kanpur: एसी कोच में खाना बेचते पकड़ा गया अवैध वेंडर; टीटीई से हुआ विवाद, ट्रेन आधा घंटा देरी से हो सकी रवाना
कानपुर, अमृत विचार। सुपरफास्ट एक्सप्रेस 22122 में फर्स्ट से लेकर थर्ड एसी में पैंट्रीकार के मैनेजर व अवैध वेंडर को भोजन थाल व नाश्ता बेचते टीटीई ने पकड़ लिया। फुल एसी ट्रेन में अधिकार पत्र न दिखाने पर टीटीई ने कंट्रोल पर मेमो भेजा। इस पर दोनों को सेंट्रल पर उतारा गया। प्लेटफार्म पर भी विवाद होने से ट्रेन आधा घंटा देरी से रवाना हो सकी।
लखनऊ से लोकमान्य तिलक टर्मिनल (एलटीटी) जा रही सुपरफास्ट एक्सप्रेस 22122 शाम चार बजे रवाना हुई तो ट्रेन के कोच कंडक्टर बीएस कुशवाहा अपने नियमित चेकिंग पर लग गए। एसी कोच में उन्होंने पैंट्रीकार के मैनेजर नितिन शिवहरे को भोजन बेचते देखा तो अधिकार पत्र मांगा। लेकिन नितिन मौके पर पत्र नहीं दिखा सके।
कोच कंडक्टर कुछ बातचीत के बाद दूसरे कोच में गए तो यात्रियों को खाना बेचते आशीष पांडेय को पाया। वह भी कोच कंडक्टर को लाइसेंस न दिखा सके। कुछ अन्य काम निपटाने के बाद संदेह के चलते टीटीई ने उन्हें बुलाकर पूछताछ की तो विवाद शुरू हो गया। इस बीच ट्रेन उन्नाव पार हो रही थी, तभी टीटीई ने कंट्रोल को मेमो दिया। जिसमें बिना टिकट दोनों के सफर करने और अवैध तरीके से खानपान बेचना लिखा।
सूचना पाकर आरपीएफ कर्मी प्लेटफार्म एक पर पहुंचे और ट्रेन के पहुंचते ही दोनों को उतार लिया। प्लेटफार्म पर ही दोनों टीटीई से विवाद करने लगे। इससे करीब आधा घंटा ट्रेन लेट हुई। इस बारे में आरपीएफ प्रभारी बीपी सिंह ने बताया कि ट्रेन 5.50 बजे प्लेटफार्म नंबर एक पर आई। मेमो के आधार पर नितिन शिवहरे और वेंडर आशीष को उतार लिया गया। आशीष ने पूछताछ में एक कथित मीडियाकर्मी का नाम लिया है। मामले में पूछताछ की जा रही है।
