बरेली: संविदा कर्मी की करंट से मौत के बाद हंगामा, भीड़ ने लगाया जाम...अधिकारियों से भी धक्कामुक्की

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Published By Vishal Singh
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शटडाउन के बावजूद लाइन चालू करने का आरोप

रिठौरा/बरेली, अमृत विचार: शटडाउन लेकर फाल्ट ठीक करते समय बिजली सप्लाई चालू करने से करंट लगने से संविदा कर्मचारी की मौत हो गई। संविदा कर्मचारियों के साथियों और परिजनों ने हंगामा कर सड़क पर जाम लगा दिया और उपकेंद्र में तोड़फोड़ की कोशिश की। लोगों ने बिजली अधिकारियों का घेराव कर लिया तो पुलिस ने बड़ी मुश्किल से उन्हें बचाया। पुलिस के रिपोर्ट दर्ज करने के आश्वासन के बाद लोग शांत हुए।

रिठौरा के मोहल्ला नई बस्ती निवासी सुरेश रिठौरा उपकेंद्र पर संविदा पर लाइनमैन था। वह मुड़िया अहमदनगर स्थित एयरपोर्ट पर फीडर का काम देखते थे। वह शनिवार दोपहर में पद्मावती सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पास बिजली का फाल्ट ठीक करने गए थे। परिजनों के अनुसार वह शटडाउन लेकर बिजली के पोल पर चढ़ा थे, लेकिन एक मिनट बाद ही अचानक से बिजली सप्लाई चालू कर दी गई, जिससे सुरेश की करंट लगने से मौत हो गई। 

घटना के बाद मौके पर ही दो घंटे तक लाइनमैन का शव पड़ा रहा, जिसके बाद परिजन और साथ में काम करने वाले अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंच गए और हंगामा कर जाम लगा दिया। इज्जतनगर थाना प्रभारी जय शंकर सिंह और बैरियर टू चौकी प्रभारी संजीव कुमार मौके पर पहुंच गए। पुलिस के पहुंचने के बाद बिजली अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच गए। 

आक्रोशित भीड़ ने एसडीओ और जेई पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनका घेराव कर धक्कामुक्की की। पुलिस ने किसी तरह से अधिकारियों को बचाया। अधिशासी अभियंता ने यूसी सोनकर ने पीड़ित परिवार को साढ़े सात लाख रुपये का मुआवजा देने का आश्वासन दिया, लेकिन उसके बाद भी लोगों ने हंगामा करना बंद नहीं किया। इज्जतनगर इंस्पेक्टर ने लापरवाही के मामले में लापरवाही पर अधिकारियों पर रिपोर्ट दर्ज करने की बात कही तब कही लोग शांत हुए। उसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

कई बार मांग के बाद भी कर्मचारियों को नहीं दी गई सुरक्षा किट
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के संविदा कर्मचारियों ने बिजली अधिकारियों के साथ कंपनी को भी कई बार पत्र लिखकर सुरक्षा किट देने की मांग की लेकिन उसके बाद भी उन्हें सुरक्षा किट मुहैया नहीं कराई गई। संविदा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष रिंकू श्रीवास्तव ने बताया कि अधिकारियों की लापरवाही से कई बार हादसे हो चुके हैं। उसके बाद भी उन्हें किट नहीं दी जा रही है। अब रिठौरा के बिजली कर्मचारियों की लापरवाही से सुरेश माता-पिता, पत्नी जमुना देवी और पांच बच्चे बेसहारा हो गए हैं।

करंट लगने से लाइनमैन की मौत के बाद भीड़ आक्रोशित हो गई थी। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की प्रकिया शुरू कर दी गई है-अशोक कुमार चौरसिया, अधीक्षण अभियंता ग्रामीण।

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