बरेली: हेमलता हत्याकांड...पिता का बरामद जेवर बेटी के होने से साफ इन्कार, हत्या के पीछे विवाद की लंबी कहानी

पुलिस ने पति राजकुमार और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा

बरेली: हेमलता हत्याकांड...पिता का बरामद जेवर बेटी के होने से साफ इन्कार, हत्या के पीछे विवाद की लंबी कहानी

बरेली/दुनका, अमृत विचार। दस दिन पहले दुनका इलाके में हुए हेमलता हत्याकांड में दो दिन पहले तक उसके पति राजकुमार के खिलाफ पुलिस के पास कोई सुराग नहीं था लेकिन बृहस्पतिवार को अवैध संबंधों की लंबी-चौड़ी कहानी के साथ उसे उसके दोस्त रामबहादुर के साथ जेल भेज दिया गया। हालांकि पुलिस ने रामबहादुर के पास से जिन जेवरों की बरामदगी दिखाई, हेमलता के पिता ने उनके अपनी बेटी के होने से इन्कार कर सारी कहानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

शाही के गांव बकैनिया का राजकुमार पत्नी हेमलता के साथ बाइक पर 14 मई को अपनी ससुराल शीशगढ़ के गांव मल्सा खेड़ा से लौट रहा था। इसी बीच रास्ते में हेमलता को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। राजकुमार ने पुलिस को बताया था कि बदमाशों ने लूटपाट के लिए उसे रोका था और विरोध करने पर हेमलता की गोली मारकर हत्या कर दी है। पुलिस को शुरू से राजकुमार पर शक था। पुलिस 14 मई की रात से ही राजकुमार से पूछताछ कर रही थी लेकिन उससे कुछ नहीं उगलवा पाई। 

दो दिन पहले हेमलता के पिता हरीश कुमार ने पुलिस को दहेज उत्पीड़न की तहरीर दी तो पुलिस के लिए राजकुमार को गिरफ्तार करने का आधार बन गया। इस बीच पुलिस ने राजकुमार के दोस्त रामबहादुर को भी हिरासत में ले लिया। बृहस्पतिवार को हेमलता के जेवरों की बरामदगी दिखाते हुए पुलिस ने राजकुमार और रामबहादुर को जेल भेज दिया। हालांकि हेमलता के पिता हरीश ने यह आरोप लगाकर पुलिस के दावे पर सवाल खड़ा कर दिया कि पुलिस ने जो जेवरात बरामद किए हैं, वह उनकी बेटी के नहीं हैं।

पुलिस का दावा, राजकुमार को नहीं पसंद थीं हेमलता की आदतें, लगा रखी थीं कई पाबंदी
पुलिस का कहना है कि राजकुमार ने पूछताछ में बताया कि उसकी शादी हेमलता से मई 2023 में हुई थी। हेमलता मोबाइल पर बहुत ज्यादा बातें करती थी और रील बनाने की भी शौकीन थी, उसे यह पसंद नहीं था। इस बात पर कई बार उसका विवाद हुआ। उसने कई बार हेमलता को पीटा लेकिन वह नहीं मानी। कुछ महीने पहले उसने हेमलता को अपने बहनोई से बात करते पाया तो मना किया। इस बात पर भी झगड़ा हुआ। परिजनों के समझाने के बाद उसने बात न करने का वादा किया था लेकिन जब वह घर से बाहर जाता था तो चोरी-छिपे बात करती थी। उसने मार्च में उसे बात करते पकड़ा तो गुस्से में अपना मोबाइल तोड़ दिया। इसके बाद हेमलता के मोबाइल में अपना सिम डाल लिया। इसके बाद हेमलता कई महीने मायके में रही।

गर्भवती होने से शक और गहरा गया
पुलिस के अनुसार राजकुमार ने बताया कि कि करीब डेढ़ महीने पहले उसे पता चला कि हेमलता गर्भवती है। उसने जांच करवाकर इसकी पुष्टि की। उसे लगा कि हेमलता के पेट में पल रहा बच्चा उसका नहीं है। इस बारे में उसने अपने दोस्त रामबहादुर को बताया तो उसने उसे उसकी निगरानी करने को कहा। हत्या के दस दिन पहले फिर विवाद हुआ तो हेमलता के मायके वालों ने भी उसे ठीक से रखने को कहा। इसके बाद उसने हेमलता की हत्या का फैसला लिया और एक तमंचा और दो कारतूस खरीदे। 14 मई को ससुराल से लौटते वक्त उसका हेमलता से उसके पेट में पल रहे बच्चे को लेकर विवाद हुआ। इसी बीच उसने बाइक की डिग्गी में रखा तमंचा निकालकर हेमलता के सीने में गोली मार दी। वह तड़पती हुई जमीन पर गिरी तो दूसरी गोली सिर में मार दी।

हत्या के बाद राजकुमार ने बनाई लूट की कहानी
पुलिस का कहना है कि हत्या के बाद राजकुमार ने सबसे पहले दोस्त रामबहादुर को बुलाया और रोते हुए किसी तरह खुद को बचाने को कहा। इस पर रामबहादुर ने पैर मारकर मोटर साइकिल को गिरा दिया। उसके बाद हेमलता के दोनों पैर की पायल और कमर में पहनी तगड़ी निकाल ली। उसका एक पैर का जूता उठाकर दूसरी तरफ फेंक दिया।

तमंचे को खेत में पेड़ के नीचे सूखे पत्तों के नीचे छिपा दिया और मौके पर एक खोखा छोड़ दिया। वहीं से उसने दोस्त के मोबाइल पर कई बार फोन भी किया। उसके बाद गांव के लोगों को फोन कर लूट और हत्या की सूचना दी। इसके बाद वह दो अस्पतालों में गया लेकिन चोट न होने के कारण डॉक्टरों ने उसे भर्ती करने से मना कर दिया। इसके बाद नाटक करते हुए वह फिर मौके पर पहुंचा।

अवैध संबंधों के शक में राजकुमार ने अपने दोस्त के साथ मिलकर पत्नी की हत्या की थी। पुलिस ने लंबी पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार किया है। वारदात में इस्तेमाल तमंचा बरामद कर लिया है -घुले सुशील चंद्रभान, एसएसपी

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